Book Title: Dravyanuyoga Part 4
Author(s): Kanhaiyalal Maharaj
Publisher: Agam Anuyog Prakashan

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Page 690
________________ पृष्ठ नं. २१९७ शब्द पृष्ठ नं. शब्द समोहय २२२९,२३२१-२३३२,२३३५,२३३६ | | सम्मामिच्छादिट्ठी १५८,२६५,२६८-२७०.२७५, सम्म ७९१-७९५,१५२३,१७५१,२२०४,२२१५,२२२९ सम्मईथावरकाय १७२७ | सम्मामिच्छादिट्ठीकरण सम्मईथावरकायाधिपती १७२७ सम्मामिच्छादिट्ठीनिव्वत्ती सम्मत्तसच्चा (पज्जत्तियासच्चाभासा) ७११ सम्मामिच्छादिट्ठीभाव सम्मत्त २७८,९४७,१३३४,१३४५,१५२५,१५२७,२१८८ | सम्मामिच्छादसणपरिणाम सम्मत्तकिरिया १२३३,१२८१,१२८२ सम्मामिच्छादसणलद्धी सम्मत्तमोहणिज्ज (कम्म) | सम्मावाय (दिट्ठिवायपज्जवनाम) ८७६ सम्मत्तवेयणिज्ज (दंसणमोहणिज्जकम्मभेय) १४९८,१५०५, सम्मुच्छिम २०३ १६१८,१६४२ | सम्मुच्छिम (योनिसंग्रह) सम्मत्तवेयणिज्ज (मोहणिज्जकम्मस्सअणुभावपगार) १६४६ | सम्मुच्छिममणुस्सपवेसणग २१०४ सम्मत्ताभिगमी सम्मुच्छिममणुस्सपवेसणय २१०४,२१०६ सम्मदिट्ठि १५२१,२०१६ | सम्मुच्छिममणुस्सपंचिंदियपओगपरिणय (पोग्गल) २४७० सम्मद्दिट्ठि १३४१,२१९७,२१९८,२४३३ सम्मुच्छिममणुस्साउय १५८८ सम्मद्दिट्ठिरासीजुम्मकडजुम्मनेरइय सम्मुच्छिममणूसखेत्तोववायगई ७६४ सम्मद्दिट्ठिय १७८,१२४३ सयण २८१ सम्मदिट्ठी ७९१-७९५,१५१५,१५२३,२०५६-२०५८, सयणपुण्ण २६०२ २१६८,२१७७,२१८१,२१८७,२२०४,२२१५,२२२९,२२४०,२२४६, सयासव १३३ २२४७,२२८३,२२९०,२२९२,२३०२,२३०३ सयंबुद्धछउमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिय २२६,२२७ सम्मदिट्ठीकरण ७९२ सयंबुद्धछउमत्थखीणकसायवीयरायदंसणारिय २२२,२२३ सम्मदिट्ठीनिव्बत्ती सयंबुद्धसिद्ध ९२९ सम्मदिट्ठीभाव ३५९ सयंभू (जीवत्थिकायनाम) सम्मट्ठिी १२२,१२४,१५८,२६५,२६८,२६९,२७५,५१८, सर १३०,१८२ ११७७,११८०-११८४,१३४४,१५१७,१५५५,१६०७,१६३४, सर (पावसुय) ९०७,९१० १७३१,१७३५,१७५१,१९६१ सरपंतिया सम्मईसण सर-सरपंतिया सम्मइंसणपरिणाम १२१ सरस्सई सम्मईसणलद्धी ६४८,१०२६ सराग १०९३,११२३ सम्ममिच्छद्दिट्ठी ५२१,११८०,११८१,१३४२,१३४४,२०५८, सरागचरित्तारिय २२४,२२५ २०५९,२१६८,२१७७,२१८१,२१८७,२२०४,२२१५,२२२९,२२४०, सरागर्दसणारिय २२१ २२४६,२२४७,२२८३,२२९०,२२९२,२३०२,२३०३ सरागसंजम १५८६ सम्ममिच्छत्तवेयज्जि १५०५ सरागसंजय २९६,११८२ सम्मसुय (श्रुतज्ञानभेद) ८२०,८२१ सरीर १४७,५४३,१०८९,२३०५ सम्माण सरीरचलणा २६०७ सम्मामिच्छत्त . १५१९,१५२४,१५२५,१५२७,२१८८ | सरीरणाम (कम्म) १५००,१५०१ समामिच्छत्तमोहणिज्ज (कम्म) सरीरनिबत्ती समामिच्छत्तवेयणिज्ज (दंसणमोहणिज्जकम्मभेय) १४९८,१६१९,१६४२ | सरीरपएस २१५०,२१५१,२१५३ सम्मामिच्छत्तवेयणिज्ज (मोहणिज्जकम्माणुभवपगार) १६४६ सरीरपज्जत्ती ६३१,१७०३,१७०४ सम्मामिच्छत्ताभिगमी २७९ | सरीरपज्जत्तीअपज्जत्त सम्मामिच्छदिट्ठि (जीवट्ठाण) १५२१,१६६२ सरीरपज्जत्तीपज्जत्त ५२२ सम्मामिच्छदिट्ठी १२२,१२४,५१९,१५१५,१५२१,१५५५,२२१५ सरीरपरिग्गह २८८ सम्मामिच्छट्ठिी ११७७,११८०-११८२,१३४६,१५१७, सरीरप्पओगबंध २५५७,२५५९,२५६० १५५५,१६०८,१७३१,१७३५,२०५६,२०५७,२३५१,२४३३ सरीरबंध २५५७,२५५९,२५६० सम्मामिच्छसण सरीरबंधणणाम (कम्म) १५००,१५०१ २८२ २७५ २८२ २८३ ५५८ ५२२ P-95 For Private & Personal Use Only Jain Education International www.jainelibrary.org

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