Book Title: Dravyanuyoga Part 4
Author(s): Kanhaiyalal Maharaj
Publisher: Agam Anuyog Prakashan
View full book text
________________
शब्द
पृष्ठ नं.| शब्द
पृष्ठ नं.
१५०२
सुपइट्ट (पसत्थसरीरलक्खण) १४१३ | सुयणिस्सिय (आभिणिबोहियनाणभेद) .
८१२,८१९ सुपइट्ठक (सरीरलक्खण) १८९० सुयअन्नाण
८११ सुपइट्ठाभ (लोगतियविमाणनाम) १९१२ सुय अन्नाणपज्जव
९८०,९८१ सुप्पडियाणंद १८२७ सुय अन्नाणलद्धी
९६४,१०२६ सुप्पणिहाण
७४६,७४७ सुय अन्नाणसागारोवउत्त
९७१ सुफासपरिणाम
६५६,२४९७
सुयअन्नाणी १५१५,१५१७,१७३१,२०३०,२०३२,२०३३ सुब्भिगंध
२५५४,२५९९ सुयनाण
२७८,८१०,८११,९०६,९३८,९३९,९४५, सुभिगंधणाम (कम्म)
१६२६
९४८,९५२,१३४२,१५२५ सुब्भिगंधपज्जव
सुयनाणपज्जव ५४,५५
३८,१४१,९८०,९८१ सुब्भिगंधपरिणाम
सुयनाणपरोक्ख १२७,२४०२,२४७७
८१०,८२०
सुयनाणसागारोवउत्त सुब्भिसद्द
९७१ २५५४ सुब्भिसद्दपरिणाम
सुयनाणावरणिज्ज १२७,६५६,२४७७ सुयभत्ती
१८९३ सुभकम्म
१४८० सुयमय
१४६८ सुभणाम
१६६ सुयविसिट्ठिया (उच्चागोयकम्मपगार)
१५०३ सुभणाम (कम्म) १५००,१६३०,१६४६,१६४७ सुयविसिट्ठया (उच्चागोयकम्माणुभावपगार)
१६४८ सुभनामकम्मासरीरप्पओगबंध
२५७४ सुयसंपण्ण
१८१६-१८२० सुभविवाग (कम्म)
१४८१ सुरट्ठ (जणवय)
२१९ सुभगणाम (कम्म)
१५००,१५०६,१६३०
सुरभिगंधणाम (कम्म) सुभगाकर (पावसुय)
सुरभिगंधपरिणाम
६५६ सुमण (पुरिसपगार) १७७४-१७९७ सुरसपरिणाम
६५६,२४९७ सुमिण (पावसुयपसंग)
सुरूव
२५५४ सुय (श्रुत) ८२०,९००,१०९६,११२६ सुरूवपरिणाम
६५६,२४९७ सुय (सुयपरियायसद्द)
सुलभबोहिय
१७८,१९६१ मुयअण्णाण ७७६,९४० सुललिय (गीतगुण)
१०३६ सुयअण्णाणणिब्वत्ती ९४४ सुललियगय (पसत्थसरीरलक्खण)
१४१३ सुयअण्णाणपज्जव ३८,१४१ सुवण्णकुमार (भवनवासीदेवभेद)
२२३९ सुयअण्णाणपरिणाम
१२१
सुवत्तक्खरसण्णिवाइय मुयअण्णाणसागारपासणया
७८५,७८६,७८८ सुविण (पावसुय) सुयअण्णाणसागारोवओग
७७४,७७५,७७६ सुव्वय
१८२७ सुयअण्णाणी ७२,७५,८०,८६,१२२,१२३,१६१,३६१,५२१,
सुसमदुस्समाकाल
१०९८-११०१,११२८-११३२ ९५५-९६०,९७०,९७१,९७६,९७७,९७९,९८०,१५५७,२२०४,२२२९
सुसमदुस्समापलिभाग (नोओसप्पिणि-नोउस्सप्पिणिकाल) ११००,११०१ सुयक्खंध ८२६,८२८,८३०,८३२,८३४,८४४,८४७,८५९
११२९-११३२ ८६४,८६९,८७५,९९८ सुसमसुसमाकाल
१०९८-११०१,११२८-११३२ सुयणाण १०९५,१०९६,११२६,१५२७
सुसमसुसमापलिभाग (काल) १०९९-११०१,११२९,११३२ मुयणाणपरिणाम
सुसमाकाल
१०९८-११०१,११२८-११३२ १२०
सुसमापलिभाग (काल) सुयणाणसागारपासणया
१०९९-११०१,११२९,११३२ ७८५,७८६,७८८
सुसामण्णया सुयणाणसागारोवओग
१४९२ ७७४,७७५,७७६
सुस्सरणाम (कम्म) सुयणाणारिय
२२१ सुह
१४,१६४ सुयणाणावरण
१६५,१५५४ सुहभोग (सोक्खपगार)
१६८६ सुयणाणावरणिज्ज (कम्म)
१४९७
सुहा (वेयणापगार) सुयणाणी/नाणी ६६,७५,७९,८५,१२२,१२३,१६०,१६१,
सुही ५२०,९५५-९५९,९६६,९६८,९७०,९७१,९७४,९७७,९७८,९७९,
१५८,१७६,२९९,३०२,३०७,३१६,३१७,३२८, १५१७,१५५७,२०३०,२०३२,२२८३
३३१,३३६,३३७,३४३,३८७,९६१,१४१५,१५५८,१५५९
सुहुम
P-99 For Private & Personal Use Only
Jain Education International
www.jainelibrary.org
Page Navigation
1 ... 692 693 694 695 696 697 698 699 700 701 702 703 704 705 706 707 708 709 710 711 712 713 714 715 716 717 718 719 720 721 722 723 724 725 726 727 728 729 730 731 732 733 734 735 736 737 738 739 740 741 742 743 744 745 746 747 748 749 750 751 752 753 754 755 756 757 758 759 760 761 762 763 764 765 766 767 768 769 770 771 772 773 774 775 776 777 778 779 780 781 782 783 784 785 786 787 788 789 790 791 792 793 794 795 796 797 798 799 800 801 802 803 804 805 806 807 808 809 810 811 812 813 814