Book Title: Dravyanuyoga Part 4
Author(s): Kanhaiyalal Maharaj
Publisher: Agam Anuyog Prakashan

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Page 630
________________ पृष्ठ नं. तारय२ WG G00 .. २२५ शब्द पृष्ठ नं. | शब्द अपच्चक्खाणकोह (कसायवेयणिज्जभेय) १४९९ अपढमसमयबुद्धबोहियछउमत्थखीणकसायवीयरायदसणारिय २२३ अपच्चक्खाणनिव्वत्तियाउय २३९ अपढमसमयबेइंदियनिव्वत्तिय (पोग्गल) १५११ अपच्चक्खाणमाण १४९९ अपढमसमयमणुयनिवत्तिय (पोग्गल) १५११ अपच्चक्खाणमाया १४९९ अपढमसमयमणूस १७०८,१७१०-१७१२ अपच्चक्खाणलोभ १४९९ | अपढमसमयसजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिय २२८ अपच्चक्खाणी २३३-२३६,१२७४ अपढमसमयसजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायदंसणारिय अपच्चय (अदिण्णादाणपज्जवणाम) १३८० अपढमसमयसजोगिभवत्थकेवलनाण ९२८ अपच्चय (मुसावायपज्जवणाम) १३६९ अपढमसमयसयंबुद्धछउमत्थखीणकसायवीयरायदंसणारिय अपज्जवसिय ३३,१५०,१६७ | अपढमसमयसयंबुद्धछउमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिय २२७ अपज्जवसिय (सुयणाणभेद) ८२०,८२३,८२४ | अपढमसमयसिद्ध १६२-१६४,१७०८,१७१०-१७१३ अपज्जत्त १४१५ अपढमसमयसिद्धणोभवोववायगई अपज्जत्तग १७८,२००,२०१,३०७,३२९,३४८,४९३,७३० अपढमसमयसुहुमसंपरायसरागचरित्तारिय अपज्जत्तणाम (कम्म) १५००,१५०६,१६२९ अपत्तजोव्वण २११७ अपज्जत्तबादरपुढविक्काइयएगिंदियतिरिक्खजोणिय २२३९ अपमत्तसंजय २६९,११५१,११६६,११८२,१२४२ अपज्जत्तबायरतेउकाइय २१२७,२१३२ अपमत्तसंयम ११५१ अपज्जत्तबायरपुढविकाइय २१२६ | अपयउवक्कम अपज्जत्तभाव | अपरच्छ (अदिण्णादाणपज्जवणाम) १३८१ अपज्जत्तय ९,१५८,१७३,१८१-१८४,१९८,२०३,२०४, | अपरिणय ८,१७२८ २३०,२३१,२३२,३०२,१५५६,२२०३ | | अपरित्त १५८,३०३,३४७,१५५७ अपज्जत्तसुहुमपुढविकाइय २१२५,२१२६,२१२८-२१३९ | अपरियादित (पोग्गलपगार) २३९९ अपज्जत्तावेइंदिय २२४६ अपरियारग १४५७,१४५९ अपज्जत्तिया (भासापगार) अपरिस्सावी (सिणाय) १०९१ अपडिवाइ (खओवसमियओहिनाणभेय) ९१४,९१७,९१८,९२४ | अपसत्थ १०००,१०७४ अपडिवाई (बायरसंपरायसरागचरित्तारिय) २२५ अपसत्थविहायगइणाम (कम्म) १५०३,१५०६,१६३१ अपडिसेवय १०९४,१०९५,११२५ | अपासत्थया (भद्दकम्मबंधहेउ) १४९२ अपढम ३५६-३६४ | अपुट्ठलाभिय अपढमसमओववण्णग १७७ | अपुवनाणगहण (तित्थयरनामकम्मबंधहेउ) अपढमसमयअजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिय २२८ | अपोह (आभिणिबोहियनाणपज्जव) ८११ अपढमसमयअजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायदंसणारिय अप्प २३४-२३६,३१७,३१८,३२८-३४५,३५०,३६८, अपढमसमयअजोगिभवत्थकेवलनाण ९२८ | ३७१,३७२,३७४,३८२,५०२,५३८,५७४,५७५,५९३,६६२-६६५, अपढमसमयउवसंतकसायवीयरायचरित्तारिय ६८५,६८८,६८९,७२८,७३१,७४४,७८१,७८३,९८०,१००८ अपढमसमयउवसंतकसायवीयरायदंसणारिय अप्पइट्ठाण (महाणरगनाम) १७१९,२०३८ अपढमसमयएगिदियनिव्वत्तिय (पोग्गल) १५११ अप्पकिरिया २६०,२६१,२६२ अपढमसमयकडजुम्मकडजुम्मएगिंदिय २१७३ | अप्पच्चक्खाणकोह अपढमसमयचउरिदियनिवत्तिय (पोग्गल) १५१२ | अप्पत्तिय १८१२ अपढमसमयतिरिक्खजोणिय १७०८,१७११,१७१२ | अप्पनिज्जरा २६०,२६१,२६२ अपढमसमयतिरियनिव्वत्तिय (पोग्गल) १५११ अप्पमत्तसंजय २४० अपढमसमयतेइंदियनिवत्तिय (पोग्गल) १५१२ अप्पमत्तसंजय (जीवट्ठाण) अपढमसमयदेव १७११,१७१३ अप्पवेयणा २६०,२६१,२६२ अपढमसमयदेवनिव्वत्तिय (पोग्गल) अप्पसत्थ २७९,९४९ अपढमसमयनियंठ १०९१ | अप्पाबहुय १५४७ अपढमसमयनेरइय १७०७,१७०९,१७११-१७१३ अप्पासव २६१,२६२ अपढमसमयनेरइयनिब्बत्तिय (पोग्गल) १५११ अप्पिताणप्पित अपढमसमयपंचेंदियनिव्वत्तिय (पोग्गल) १५१२ अप्पिय (पोग्गलपगार) २३९९ अपढमसमयबायरसम्परायसरागचरित्तारिय २२५ अफुसमाणगइपरिणाम १२६ अपढमसमयबुद्धबोहियछउमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिय २२७ | अफुसमाणगई ७६८ २२४ २२६ mo mom P-35 For Private & Personal Use Only Jain Education International www.jainelibrary.org

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