Book Title: Dravyanuyoga Part 4
Author(s): Kanhaiyalal Maharaj
Publisher: Agam Anuyog Prakashan

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Page 657
________________ १३४० शब्द पृष्ठ नं. शब्द पृष्ठ नं. णिग्घिण (पाणवहसरूव) १३५२,१३६८ | णेरइय ४,९,६८,१३०,१४५,१७६-१७८,२४२,२५९, णिच्च ८७७ २६२-२७०,२७९,२९१,२९७,३०५,३४८,३६६,४९१,४९३,४९७णिज्ज १३१३ | ५०१,५१३,५१५,५१७,५२२,५६३,५६५,५७१,६६१,६६४,६७०, णिज्जरा |७१३,७२४,७३७,७३८,७४७,७५१,७५३,७५४,७६३,७७५,७७७णिज्जरापोग्गल २३३७,२३३८ | ७७९,७८५,७८७,७८९,७९१,९१९,९२०,९२३,९२४,९८९, णिज्जाणमग्ग ११६७,११७५-११७८,११८३,११८४,११९१,११९२,११९४, णिण्हइया (लिवी) २२१ ११९५,१२००,१२०१,१२१०,१२२२,१२४१-१२४६,१२६३-१२६६, णिदा (वेयणापगार) १६७१ |१२६९-१२७१,१२८५-१२८८,१३२४-१३३१,१३४०,१४६३, णिद्दा १४९७,१४९८,१६४४ १४६७,१४६९,१४८२,१४९०,१५१९,१५२५,१५२७-१५२९, णिद्दाणिद्दा १६५,१६४४ १५३६,१५४९,१५५०,१५५२,१५५३,१५६२,१५६६,१५७० - णिद्धफासपरिणाम २४०२ १५७२,१६८५,१७०२,१७०५,१७०८,२०२७,२०५८,२१५०, णिद्धबंधणपरिणाम १२६ |२३०८,२३१२-२३१५,२३१८-२३२४,२३२८,२३२९,२३३२-२३३६ णिद्धम्म (पाणवहसरूव) १३५२,१३६८ | णेरइयअपज्जत्तय १७०७ णिप्पिवास/निप्पिवास (पाणवहसरूव) १३५२,१३६८ | णेरइयखेत्तोववायगई ७६४ णिमित्त णेरइयदुग्गई १७०१ णिमित्त (णेउणियपुरिसपगार) ११८३ णेरइयनपुंसग १४३५,१४४७ णिम्मवइत्तु १८७७ णेरइयपज्जत्तय १७०७ णिम्माणणाम (कम्म) १५००,१५०६,१५०७,१६३१ णेरइयभव २११६ णिम्मित्तबाई (अकिरियावाईभेद) णेरइयभवोववायगई ७६६ णियावाई (अकिरियावाईभेद) १३४० णेरइयसंसार णिरइयारछेदोवट्ठावणियचरित्तारिय २२९ णेरइयाउय १४९९,१६००,१६११,१६२१,१६३६,१६४० णिरयगइणाम (कम्म) १५००,१६२१,१६३६,१६४० णेरइयाणुपुब्बिणाम (कम्म) १५०२,१६३६ णिरयभव/निरयभव १७१९ णेसज्जिय १३१७ णिरय/निरयवासगमणनिघण (पाणवहसरूव) १३५२,१३६८ णेसत्थिया (किरिया) १२३६,१२४९ णिरयाणुपुविणाम (कम्म) णेसाय (स्वरभेद) १०३३ णिरवयक्ख (पाणवहसरूव) १३५२,१३६८ णोअमण (मणपगार) ७४१ णिव्वाणमग्ग णोअवयण (वयणपगार) ७४१ णिवत्तणाधिकरणिया (किरिया) १२३३ णोइंदियअत्थोग्गह ८१४ णिस्संस (पाणवहसरूव) १३५२,१३६८ णोइंदियईहा णिहत्त १५४७ णोइंदिय धारणा णिही २५९५ णोइंदियपच्चक्ख ९१३ णीय १८०४ णोइंदियसाय (सायपगार) १६८६ णीयछंद १८०४ णोइंदियावाय ८१५ णीयागोय (कम्म) १५०३,१६३१,१६४८ णोउस्सासग १७७ णीरअ णोकसायवेयणिज्ज (चरित्तमोहणिज्जकम्मभेय) १४९९ णीललेस ११८४,११९३,११९५,१२००/ णोकसायवेयणिज्ज (मोहणिज्जकम्मस्सअणुभावपगार) १६४६ णीललेसा ५१८,११५६-११५९,११६२,११६३, णोतस-णोथावर ३०३,३०७ ११८५-११८८,११९३ | | णोपज्जत्तय-णोअपज्जत्तय ३०२ णीललेस्स ११९४,११९५-११९७,१२०१,१२१०-१२२२ णोपरित्त-णोअपरित्त ३०४ णीललेस्सट्ठाण १२२३-१२२७ णोभवसिद्धिय-णोअभवसिद्धिय ३०४,३४७,५१६ णीलवण्णणाम (कम्म) १६२६ णोभवोववायगई ७६३,७६८ णीहारि (सद्दभेय). २५५३ णोसण्णी-णोअसण्णी ३६६,३६७,५१७,५२० णीहारिम २१४४ णोसुमण-णोदुम्मण (पुरिसपगार) १७७४-१७९७ २४२९ णोसुहुम-णोबायर ३०३ णूम (मोहणिज्जकम्मणाम) १४८५ णोसंजय-णोअसंजय-णोसंजयासंजय ५१९ णेगम (नयभेद) णंगोली (अंतरदीवय) २१७ णेत्तविण्णाणावरण (णाणावरणिज्जकम्मस्सअणुभावपगार) १६४४ णंदावत्त (सूत्रभेद) ८७१ णेयाउय णंदी (गांधारग्राममूर्च्छना) १०३५ ८१५ ८१५ णूम १०८० P-62 For Private & Personal Use Only Jain Education International www.jainelibrary.org

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