Book Title: Dravyanuyoga Part 4
Author(s): Kanhaiyalal Maharaj
Publisher: Agam Anuyog Prakashan

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Page 663
________________ शब्द देवपुरोहि देवपंचिंदियपओगपरिणय (पोग्गल ) देवपंचेंद्रियसंसारसमावण्णगजीवपण्णवणा देवभव देवभवोववायगई देवलोय देवविग्गहगई देवसिणाय देवसोई देवसोग्गय देवसंसार देवालय देवाउय (आउयकम्माणुभावपगार) देवाउयकम्मासरीरप्पओगबंध देवाणुपुब्विणाम (कम्म) देवाधिदेव देवाहिदेव देविड्ढी देवित्थी देवी देवीणिवत्तिय (पोन्गल) HTT देसच्छेदकहा देसणाणावरणिज (कम्म) देसवत्थकहा १६६,१४९९,१५८७, १५८८,१५९९-१६११ १६२१.१६३६.१६४० देसदरियणावरणिन्न (कम्म) देसमूलगुणपच्यक्खाण देसवासी देसविकष्पकहा देवहिकहा देससाहणणाबंध साहिवई देसुक्कल देसुत्तरगुणपच्चक्खाणी देसोहि दोण (धान्यमानप्रमाणभेय ) दोणमुह दोमणंसिय १५३७,१५४१,१६३३, १७०६, १७१० दोस ( सरीरोप्पत्तिकारण) दोस दोस ( मोहणिज्नकम्मणाम) दोसनिस्सिया (पज्जत्तियामोसाभासा) दोसबंध दोसवत्तिया (किरिया ) दोसविवेग दोसापुरिया (लिवी) दोमिणा Jain Education International पृष्ठ नं. शब्द १९१० दंड २४६४ दंड (अत्थजोणी) २०४ दंड (असुभपवित्ति) २११६ दंडरयणत्त ७६६ दंडलक्खण (पावसुय) ५ दंडसमादाण दंडायतिय १७०१ १९१० १७०१ दंदसमास क १७०२ २५९४ १५०२,१५०६,१६२८,१६३६ दंसण असंकिलेस १६४६ दंसणकलायकुसील २५७४ दंसणपतिसेवणाकुसील दंसणपरिणाम २०६०,२०६३ ४७२,६२३,१९०९ दंसणपरीसह दंसणपुरिस २५९० दंसणपुलाय दंसणबल १४३४, १४४७ १०,१७११ १५११ २५९४,२६०१ २५९४ १४९७ २५९४ १४९७ २३५, २३६ १८७८ २५९४ २५९४ २५५८ १८७८ २५९६ २३६ ९२० १०५४ १३० २११७ ५५९ | दंभ ( मोहणिज्जकम्मणाम) दंसण १२८६,२४०२,२५८६ दंसणमोहणिज्ज (कम्म) दंसणलद्धी दंसणसंकिलेस दंसणाया दंसणायार दंसणारिय दंसणावरणिज्ज (कम्म) धणुय धन्नणिही धन्नमाणप्पमाण धम्म (धम्मधिकाय) धम्म (धर्म) धम्मकामय धम्मकंखिय धम्मगइ धम्मठाण १४८५ धम्मत्थिकाय ७१२ १५३७ १२३७, १२४९ १२९०-१२९२ १३१७ २५९६ १०४९ १४८५ ३, १४, ६०, ७५, ७७-८१, ८५, १२४, १६७, २५८६ धम्मत्थिकायपएस २२१ धम्मत्थिकायस्सदेस १३० धम्मत्थिकायस्तपदेस P-68 For Private & Personal Use Only पृष्ठ नं. ४४,२५८५, २५८७ २५९१ ७४७ १३३७ ९०८ ७८२,२११०,२३००, २५८५ १६८९ १०९१ १०९० ११९-१२४ ध १६६,१४८९, १४९८, १५०७,१५४५ ९६३, ९६४ १६८९ धणणिही धणु धणु (परमाहम्मियदेवनाम ) धणुपुहुत्त ५८१,५८३, १७५७, १७५९,२२१५,२२२९-२२३१,२२९१ १५०७ १७७४ १०९० २६०५ धम्मत्थिकाय (अरूविअजीवपज्जव) धम्मत्थिकायअन्नमन्न अणाईयवीससाबंध २३०१,२३०४,२३०५ ८२५ १४८१,१४८२,१५०४,१५६६, १५७०, १६५० २१९,२२१,२२४ २५९५ ५८५,५८६ १९१७ ९१७ २५९५ १०५४ १४, २८, ३८,२४०२ २,४,१३२५-१३३०,१३३५ ८,१४-१८,२१,२३-३४, ३७ ४१, ४३-४७,१३१, ९३४,१०१३,१०२७, २३७१,२४३३ २११९ २११९ २ १२८९ ८७ २५५५ १८-२८,४४,४५ २३७१ २३७१ www.jainelibrary.org

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