Book Title: Dravyanuyoga Part 4
Author(s): Kanhaiyalal Maharaj
Publisher: Agam Anuyog Prakashan

View full book text
Previous | Next

Page 673
________________ २१४० mwa 3००० शब्द पृष्ठ नं. शब्द पृष्ठ नं. १३२८,१३२९,१३४३,१३४५,१५१८,१५१९,१५२५,१५२७, | फासिंदियत्थ १५३६,१५४९,१५८४,१५८६,१५९५,१६०८,१६१२,१६७१, | फासिंदियधारणा ८१५ १६७२,१९७६,१९९७,२००९,२०२०,२०२१-२०२३,२०४६ | फासिंदियनिव्वत्तणा पंचेंदियतिरिक्खजोणियखेत्तोववायगई ७६४ | फासिंदियनिव्वत्ती पंचेंदियतिरिक्खजोणियजीव १७५५ | फासिंदियपच्चक्ख ९१३ पंचेंदियतिरिक्खजोणियपवेसणय २१०१ | फासिंदियपरिणाम ११९ पंचेंदियतिरिक्खजोणियबीय २१२२ | फासिंदियबल २६०५ पंचेंदियतिरिक्खजोणियाउय १५८८,१६१२ | फासिदियलद्धी ६५७,९६५,१०२६ पंचेंदियनिव्वत्तिय (पोग्गल) १५१० | फासिंदियवसट्ट पंचेंदियपाणाइवायकरण २८९ | फासिंदियविसय (पोग्गलपरिणाम) २४९६ पंचेंदियसंसारसमावण्णजीवपण्णवणा १७९,२०४|| फासिंदियवंजणोग्गह ६६७,६६८ पंडितमरण फासिंदियसाय (सायपगार) १६८६ पंडिय २४५ फासिंदियावाय ८१५ पंडियवीरियलद्धी ९६४,१०२६ फासिंदियोवउत्त २०३२-२०३५ पंतजीवी १३१६ | फासिंदियोवचय पंताहार १३१६ फासिंदियलद्धिअक्खर पंथजाई १८५१ फासेंदियवंजणोग्गह पंसुवुट्ठि (पावसुय) ९०८ फुसणा १००६,१०११,१०१६,१०८९ फुसमाणगइपरिणाम १२६ फुसमाणगई ७६८ फल १९४,१९५ फलिह (आगासत्थिकायणाम) | बउस (नियंठ) १०८९,१०९०,१०९४-१०९८, फलोवय १८३७ ११००-१११८,११२४ फलोवा १८३७ | बत्तीसिया (धान्यमानप्रमाण) १४६,१०५४ फाणियगुल २४९८ बद्धपासपुट्ठ (पोग्गलपगार) २३९९ फास ४१-४३,७०-७२,७७,९५,२३०१,२३४६,२३४९,२४०० बटाउय (ज्ञायकशरीरभव्यशरीरव्यतिरिक्तद्रव्यशंखभेद) १०६१ फास (आउभेयकारण) १६१६ बल (सामर्थ्य) १४१,२३७ फासकरण २४०० बलदेव (इड्ढिमंतमणुस्सपगार) ४,२१९,१८८३ फासचरिम बलदेवगंडिया फासणाम (कम्म) १५००,१५०२,१५०५ बलदेवत्त १३३६ फासनिव्वत्ती २८९,२५०० बलदेव-वासुदेव (यथायुपालक) फासपज्जव ५७-८९,९२,९५,९७,१०४ | बलमय फासपरिणय (वीससापरिणयपोग्गल) २४७७,२४८५ बलविसिट्ठया (उच्चागोयकम्मस्सअणुभावपगार) १६४८ फासपरिणाम १२५,१२७,२४०१ बलविसिट्ठिया (उच्चागोयकम्म) १५०३ फासपरियारग १४५७-१४५९ बलसंपण्ण १८१६-१८१९,१८५२,१८५३,१८५६-१८६० फासपरियारणा १४५७ बलसंपन्न १८५२-१८५५ फासमंत ४३,४९४ | बला (वाससयाउपुरिसस्सदसदसाभेय) १६१५ फासमंत (देवआहार) ४७९ बलि (देविंदनाम) १९१० फासविण्णाणावरण (णाणावरणिज्जकम्मस्सअणुभावपगार) १६४४ | बलिमोड फासावरण (णाणावरणिज्जकम्मस्सअणुभावपगार) १६४४ बहस्सइचरिय (पावसुय) फासिंदिय ३८,२४४,२४५,२५४,६४९,६५०,६५३, बहुबीयग १८६,१७६८,१७६९ ६६१-६६६,६६९,१२६९,२२०४,२२४०,२२४६ बहुभंगिय (सूत्रभेद) ८७१ फासिंदियअत्थोग्गह ६६८,८१४ बहुमाण (अबंभपज्जवणाम) १४०० फासिंदियअवाय बहुरयप्पगाढ १३६८ फासिंदियईहा ६६८,८१५ बहुल (सूत्रभेद) ८७१ फासिंदियउवओगद्धा ६५७ बहुलपक्ख फासिंदियओगाहणा बहुवयण (वयणपगार) ७४१ फासिंदियकरण | बहुवीहिसमास १०४९ २३४९ ८७५ १४६८ १९७ ९०८ १४८ P-78 For Private & Personal Use Only Jain Education International www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 671 672 673 674 675 676 677 678 679 680 681 682 683 684 685 686 687 688 689 690 691 692 693 694 695 696 697 698 699 700 701 702 703 704 705 706 707 708 709 710 711 712 713 714 715 716 717 718 719 720 721 722 723 724 725 726 727 728 729 730 731 732 733 734 735 736 737 738 739 740 741 742 743 744 745 746 747 748 749 750 751 752 753 754 755 756 757 758 759 760 761 762 763 764 765 766 767 768 769 770 771 772 773 774 775 776 777 778 779 780 781 782 783 784 785 786 787 788 789 790 791 792 793 794 795 796 797 798 799 800 801 802 803 804 805 806 807 808 809 810 811 812 813 814