Book Title: Dravyanuyoga Part 4
Author(s): Kanhaiyalal Maharaj
Publisher: Agam Anuyog Prakashan

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Page 648
________________ शब्द पृष्ठ नं.| शब्द पृष्ठ नं. १४८ खुज्ज (संठाण) ६००,६६४,२२१३ खइय १०२२,१०२४,१०२५ खुज्जसंठाणणाम (कम्म) १५०२ खइय-खओवसमनिष्फन्न (द्विकसंयोगजसान्निपातिकभावभेद) १०२८ | खुड्डाजुम्म २१५५ खइय-खओवसमिय-पारिणामियनिष्फन्न खुड्डागकडजुम्म २१५६,२१५७ (त्रिकसंयोगजसान्निपातिक-भावभेद) १०३० खुड्डागकलियोय २१५५,२१५८ खइय-पारिणामियनिष्फन्न (द्विकसंयोगजसान्निपातिकभावभेद) १०२६ खुड्डागतेयोय २१५५,२१५७ खइयभाव १००८,१०१९,११४९ | खुड्डागदावरजुम्म २१५५,२१५७ खओवसम ९४६,१०२५ खुद्द (पाणवहसरूव) १३५२,१३६८ खओवसमनिष्फन्न (खओवसमियछनामभेद) १०२५ खुद्दिमा (गांधारग्राममूर्च्छना) १०३५ खओवसमिय (ओहिनाणपच्चक्ख) ९१३ खुर १४३,१४८ खओवसमिय-पारिणामियनिष्फन्न खुरज्झाम (द्विकसंयोगजसान्निपातिकभावभेद) १०२८ खुरपत्त १८३८ खओवसमियभाव १११८,११४९ । खुह (नैरयिकों का वेदनानुभव प्रकार) १६७७ खण १२९ १३० खत्तियविज्ज (पावसुय) ९०८ खेत्त १०८९ खय ९४६,१०२४ खेत्तकरण २८९ खयनिष्फन्न (खइयछनामभेद) १०२४ खेत्तट्ठाणाउय २५०१ खयोवसमिय २५९९ खेत्तप्पमाण १०५३ खरपुढवी १८०,४०२ खेत्तपरमाणु २५०२ खरबायरपुढविकाइय १८० खेत्तय (पुत्तपगार) १८८३ खरस्सर (परमाहम्मियदेवनाम) १९१७,१९५४ खेत्तवासी १८७७ खरावत्त १४६६ | खेत्तसमोयार १०६४ खरावत्तसमाणकोह १४६६ खेत्तसंजोग १०४४ खरोट्ठी (लिवी) २२१ खेत्तसंसार २५९२ खलुंक १८५५ खेत्ताइयंतियमरण २१४३ खलुकया १८५५ खेत्ताणुपुची १००१,१०१४ खह (आगासस्थिकायनाम) खेत्ताणुपुब्बीदव्व १०१६ खहयर १७२ | खेत्ताणुवाय ३१,३१९-३२७,६९०-६९४ खहयरतिरिक्खजोणियपंचिंदियपओगपरिणय (पोग्गल) २४६५ | खेत्तादेस २३५८,२४९३-२४९५ खाइ २८२ खेत्तारिय २१९ खाइम | खेत्तावीचियमरण २१४१,२१४२ खाइय खेत्तेयणा २६०६ खाइयभाव खेत्तोगाहणा ५७६ खाओवसमिय (छनामभेद) १०२२,१०२५ खेत्तोवक्कम ९९८,१००० खाओवसमियभाव १००८,१०१९ खेत्तोववायगई ७६३,७६५,७६६ खिखिणिस्सर (सद्दभेय) २५५३ खेत्तोहिमरण २१४२ खीणकसाई खेम १८४६,१८४७ खीणकसायवीयराग १०९३,११२३ खेमरूव १८४७ खीणकसायवीयरायचरित्तारिय २२६,२२८ खेव (अदिण्णादाणपज्जवणाम) खीणकसायवीयरायदंसणारिय २२२,२२४ खंजणरागरत्तवत्थ १४६६ खीणकसायी ११०८,११०९,११३९ खंजणरागरत्तवत्थसमाणलोभ १४६६ खीणमोह (जीवट्ठाण) १६६३ खंजणोदगसमाणभाव १४६६ खीणवेयय ९५२,१०९२,१०९३,११२३ खंजणोदय १४६६ खीलियासंघयण ६०३ खंड खीलियासंघयणणाम (कम्म) १५०१,१६२५ | खंडाभेय ७२७,७२८ ४७८ ४४ P-53 For Private & Personal Use Only Jain Education International www.jainelibrary.org

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