Book Title: Dravyanuyoga Part 4
Author(s): Kanhaiyalal Maharaj
Publisher: Agam Anuyog Prakashan

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Page 640
________________ शब्द १५१२ ४७८ पृष्ठ नं. | शब्द पृष्ठ नं. उब्भिय (योनिसंग्रह) ३७६ | उवसमिय-खइय-खओवसमनिष्फन्न उम्मग्गदेसणा १५४८ (त्रिकसंयोगजसान्निपातिकभावभेद) १०२९ उम्माण १३० उवसमिय-खइय-पारिणामियनिष्फन्न उम्माण (विभागनिष्फन्नदब्वपमाण) १०५३,१०५५,१०५६ | (त्रिकसंयोगजसान्निपातिकभावभेद) १०२९ उम्मुक्ककम्मकवय १६५ उवसमियभाव १००८,१०१९ उम्मूलणासरीराओ (पाणवहपज्जवणाम) उवसमिय-खओवसमनिष्फन्न उरपरिसप्प २१३,२१४ (द्विकसंयोगजसान्निपातिकभावभेद) १०२८ उरालतसपाण उवसमिय-खओवसमिय-पारिणामियनिष्फन्न १७२६,१७३९ उल्लाव (वयणविकप्प) I (त्रिकसंयोगजसान्निपातिकभावभेद) १०३० २६०२ उवसमिय-खयनिफण्ण (द्विकसंयोगजसान्निपातिकभावभेद) १०२८ उवउत्त ४९२,९३६ उवसमिय-पारिणामियनिष्फन्न उवओग १४,३८,१४१,७७४,१०८९,२२०१,२२२९, (द्विकसंयोगजसान्निपातिकभावभेद) १०२८ २२४०,२२५५ उवसमिय-खइय-खओवसमिय-पारिणामियनिष्फन्न उवओग (जीवगुण) (चतुष्कसंयोगजसान्निपातिकभावभेद) १०३२ उवओगनिव्वत्ती ७७५ उवसामणोवक्कम १५४६ उवओगपरिणाम ११९,१२०,१२३,१२५ उवसंतकसाई उवकरण (परिम्गहपज्जवणाम) १४१८ उवसंतकसायवीयराग १०९३,११२३ उवक्कम ९९८-१०००,१०६७,१५४६ उवसंतकसायवीयरागदसणारिय २२२ उवक्कमियावेयणा उवसंतकसायवीयरायचरित्तारिय उवक्खडसंपण्ण (आहार) उवसंतकसायी ११०८,११०९,११३९ उवक्खरसंपण्ण (आहार) ४७८ उवसंतकोह १४६३ उवगरणदुप्पणिहाण ७४७ उवसंतठाण १२८९ उवगरणपणिहाण ७४७ उवसंतमोह (जीवट्ठाण) उवगरणसुप्पणिहाण ७४७ उवसंतवेयय ९५२,१०९२,१०९३,११२२,११२३ उवग्घायनिज्जुत्तिअणुगम १०७९ उवसंपजहण १०८९,१११३ उवघायणाम (कम्म) १५००,१५०२,१५०६,१६२७ उवसंपज्जणसेणियापरिकम्म ८७० उवघायणिस्सिया (पज्जत्तियामोसाभासा) ७१२ उवसंपज्जमाणगई ७६८ उवचय (परिग्गहपज्जवणाम) उवस्सयअसंकिलेस (असंकिलेसपगार) उवज्झायवेयावच्च उवस्सयसंकिलेस (संकिलेसपगार) १६८९ उवणिहिया (दव्वाणुपुव्वी) १००१,१०१४ उवहिअसुद्ध (मसावायपज्जवणाम) १३६९ उवदेस ((सुयपरियायसद्द) उवहिअसंकिलेस (असंकिलेसपगार) १६८९ उवधारणया (अर्थावग्रहनाम) उवहिसंकिलेस (संकिलेसपगार) १६८९ उवन्नासोवयण (दिटुंतपगार) उवही २८७,२८८,२४२९ उवभोगंतराइय (कम्म) उवही (मोहणिज्जकम्मणाम) १४८५ १५०३ उवभोगंतराय उवाय (आहरणदिटुंतपगार) १६६,१५५४,१६४८ उवालंभ (आहरणतद्दोसदिटुंतपगार) उवभोगलद्धी उवासंतर उवयोगाया २३०१,२३०४,२३०५ उव्वेयणय (पाणवहसरूव) उवरूद्द (परमाहम्मियदेवनाम) १३५२,१३६८ १९१७,१९५४ उसभ (पसत्थसरीरलक्खण) १४१३,१८९० उववाइय उसभणारायसंघयणणाम (कम्म) १५०१,१६२४ उववाइय (योनिसंग्रह) ३७६ उसभनारायसंघयणी २२१३,२२१८ उववाय १९७५,२२०१,२२४१,२२४७-२२५१,२२५६-२२६१, उसभाणीय २२६३,२२६६,२२७१-२२७५,२२९५,२२९६ उसिण (नैरयिकों का वेदनानुभव प्रकार) १६७७ उववायगई ७६२-७६४,७६८ उसिणाजोणिय ३७१ उवसम (उवसमियभावभेद) १०२३ उसिणपरीसह १५०८,१५०९ उवसमनिष्फण्ण (उवसमियभावभेद) १०२३,१०२४ उसिणफासपरिणाम २४०२ उवसमिय (छनामभेद) १०२३,१०२४ उसिणा (वेदनाप्रकार) १६६८ १६८९ १४१८ १३२० ८१४ ९९४ ९९५ १४२ १९५८ P-45 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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