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१. को लोकमाराधयितुं समर्थः ।
दुनियां की ताकत
- हृबयप्रदीप
इस संसार को एक साथ प्रसन्न करने में कौन समर्थ है ?
२. दोनां चाव्या मां कुचो रहे, पण लोकोश चाव्या मांन रहे ।
३. घंटी ना गालमां बचे. पण लोकोनां चाव्या मी न बचे । ४. कुआने मोठे ढाकरण देवाय परण गामने मांडे न देवाय । - गुजराती कहावतें
५. डू एज यू लाइक यू कैन्ट कर्व मेन्स टंग |
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- अंग्रेजी कहावत
अपनी जबान पकड़ सकते हो, दूसरों की नहीं ।
६. मारनार नुं हाथ भलाय पण बोलनार नी जीभ न
झलाय ।
- गुजराती कहावत
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