Book Title: Vaktritva Kala ke Bij
Author(s): Dhanmuni
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 832
________________ लेखक की अप्रकाशित रचनाएँ : [D] संस्कुल १६. व्याख्यानमणिमाला १७. व्याख्यान रत्न मंजुषा १. देवगुरुधर्म द्वात्रिंशिका २. प्रास्ताविक श्लोकशतकम् ३. एकाह्निक- श्री कालुशतकम् १५. जैन महाभारत - जैन रामायण आदि बीस व्याख्यान ४. श्री कालुगुणाष्टकम् ५. श्री कालुकल्याणमन्दिरम् ६. भाविनी १९. उपदेश सुमनमाला २०. उपाधिका २१. पच्चीस बोल का सरल विवेचन राजस्थानी ७. ऐक्यम् ८. श्री भिक्षु शब्दानुशासनलघुवृतितद्धितप्रकरणम् गुजराती १. गुर्जर भजन पुष्पावली १० गुर्जख्याख्यान रत्नावली हिन्दी २६. कथाप्रबन्ध ११. वैदिक विचारविमर्शन २७. ११. संक्षिप्त वैदिक विचारविमर्शन २५ ११ २२. धनबावनी २३. सवैया शतक २४. औपदेशिक ढालें २५. प्रास्ताविक ढालें छः बड़े व्याख्यान ग्यारह छोटे व्याख्यान २६. सावधानी रो समुद्र ११. अवधान विधि १४. संस्कृत बोलने का सरल तरीका • पजाबी १५. दोहा-संदोह १० पञ्जाब-पच्चीसी

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