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ध्यय
१. इदमेब हि पण्डित्यं, चातुर्यमिदमेव हि।
इदमेव सबद्धित्व-मायादल्पतरो व्ययः ॥ यही पण्डितता, चतुरता और सुत्रुद्धिमना है कि आमदनी से कम खर्च किया जाये।
2. Cul your coat according to your cloth, कट योर कोट एकोइिंग टू योर क्लोथ ।
--अंग्रेजी कहावत अपनी आमदनी के अनुगार खर्च करो। ३. खर्च व अंदाजे दखल कुन ।
-पारती कहावत आमदनी को देख कर खर्च । ४. बीस पौंड की आमदनी में यदि खर्च उन्नीस पौंड उनीस सिलिग छः
पेन्स है तो सुन्न होगा और मदि बीस पौंड उन्नीस सिलिंग छः पेन्स है तो दुल होगा।
-मिकापर ५. आयमनालोचन व्ययमानो वैश्रवणोऽपि श्रमणायत एव ।
-~-नीतिवाक्यामृत ११० आमदनी को न देखकर खर्च करनेवाला वैश्रवण (कुबेर) भी फकीर हो जाता है।
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