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रुपया
१. संसदास संसार में, रुपियो बड़ी रसाए । अरणजादा जाण्या वो, पडदे पछाण ॥ संतवास संसार में, के रूपियो के राम वो दाता है मुगतरी, वो सारे सब काम || २. कर मैं कलदार, मन बाह्या लूटो मजा । दुनियां में दिलदार, चेहराशाही चकरिया !
३. दाम करे काम, दुनियां करें सलाम । • रुपिया हुवं जद टट्टू चाल
धन के विविधरूप
• रूपली पल्ले, जद रोही में चल्ले । • रूपली हुई जद, शोभली आपे ही आय जायें
• रूपलालजी गुरु और सब चेला |
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४, जेब में हो नगदुल्ला, नाचे बेटा अब्दुल्ला |
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५. नगद नापी बींद परगोजे कारणो । हुआ सौ, भागा भी हुआ हजार, फिरो बजार
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