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सिर
विधान भवन
लखनऊ २० अक्टूबर, १९६५
भगवान महावीर की पुनीत स्मृति में श्री महावीर निर्वाण समिति, उत्तर प्रदेश, द्वारा एक बृहद् 'भगवान महावीर स्मृति ग्रन्थ' का प्रकाशन एक अभिनन्दनीय कार्य है । इस ग्रन्थ में विविध प्रकार को उपयोगी सामग्री का संकलन किया गया है, जिसके लिये इसके विद्वान सम्पादक साधुवाद के पात्र हैं । ग्रन्थ की खण्ड व्यवस्था समीचीन है । महावीर बचनामृत में जो उद्धरण संकलित किये गये हैं वे सारभूत हैं और गम्भीर चिन्तन को प्रेरित करने में सक्षम हैं।
उत्तर प्रदेश में जैनधर्म एक प्रभावशाली स्थान रखता है । हम श्री महावीर निर्वाण समिति की ओर से एक ऐसा ठोस कार्य करने की चिन्ता में थे जिसका स्थायी महत्व हो सके । मुझे हर्ष है कि इस ग्रन्थ के प्रकाशन द्वारा हम एक स्थायी महत्व का साहित्यिक कार्य करने में समर्थ हुए हैं।
-रामजी लाल सहायक उच्च शिक्षा मंत्री, उत्तर प्रदेश, तथा कार्याध्यक्ष,
श्री महावीर निर्वाण समिति, उ०प्र०
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