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* शाकाहार तन्त्र
-डा० इन्दु भूषण जिन्दल, ___डी० पी० एच०, एम० एस० सी०, राज्य पोषण अधिकारी, उ० प्र०
भोजन सब जीवित प्राणियों के लिए आवश्यक है और इसको प्राप्त करने के लिए हरेक प्राणी भरसक प्रयत्न करता है। पेड़ पौधे अपना भोजन मामूली रासायनिक तत्त्वों से प्राप्त कर लेते हैं, जो कि उन्हें जमीन पानी और वायु मण्डल की कार्बन डाई आक्साइड से प्राप्त हो जाता है। मानव और पशुओं में यह क्षमता नहीं होती कि वह साधारण रसायनिक तत्त्वो से भोजन प्राप्त करलें, इसीलिए उनको पेड़ पौधों या अन्य पशुओं से भोजन प्राप्त करना होता है।
मानव शरीर के निर्माण के लिए निम्नलिखित पौष्टिक तत्त्व आवश्यक हैं१. प्रोटीन २. कार्बोज ३. वसा ४. जीवन तत्त्व (विटामिन) ५. खनिजलवण ६. जल भोजन के शरीर में तीन मुख्य कार्य हैं(१) शरीर की बढ़ोतरी और टूट फूट की मरम्मत-यह प्रोटीन युक्त भोजनो के द्वारा पूर्ण होता है। (२) शरीर को ऊर्जा प्रदान करना-यह कार्बोज और वसा युक्त भोजनों के द्वारा पूर्ण होता है।
(३) शरीर की बीमारियों से रक्षा करना—यह खनिज लवण और प्रोटीन युक्त भोजन द्वारा पूर्ण होता है।
यह सब पौष्टिक तत्त्व हमको शाकाहारी भोजन से प्राप्त हो जाते हैं।
प्रोटीन युक्त भोजन के शाकाहारी स्रोत-विभिन्न प्रकार की दालें-उड़द, मूंग, अरहर, मसूर, लोभिया, लजमा, चना, मोठ और सोयाबीन-यह प्रमुख हैं, क्योकि इसमें प्रोटीन की मात्रा बहुत अधिक है । दूध और दूध से बने पदार्थों से भी थोड़ी.मात्रा में अच्छे प्रकार का प्रोटीन प्राप्त होता है । मूंगफली और तिल भी प्रोटीन का अच्छा स्रोत हैं।
कार्बोज युक्त भोजन के शाकाहारी स्रोत-विविध प्रकार के अनाज-गेहूं, जौ, बाजरा, मक्का और चावल इत्यादि । इसके अतिरिक्त आलू, बंडा, अरवी, शकरकंदी, सूरन से भी कार्बोज प्राप्त होता है। चीनी और गुड़ तो शत प्रतिशत कार्बोज हैं।
वसायुक्त भोजन-मक्खन, देशी घी, वनस्पति घी, तिल का तेल, मूंगफली का तेल, कड़वातेल (सरसों) का कुसुम्भ का तेल, नारियल का तेल, बिनौले का तेल, सोयाबीन का तेल इत्यादि ।
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