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(५) निर्वाण महोत्सव जिला महिला समिति ने नारायणी देवी धर्मशाला परेड में दो सप्ताह तक नेत्र शिविर का आयोजन किया जिसमें सैकड़ों नेत्र रोगियों की शल्य चिकित्सा की गई तथा उन्हें भोजन व औषधियां निः शुल्क वितरित की गई।
(६) निर्वाण महोत्सव जिला समिति द्वारा महोत्सव के अवसर पर एक सांस्कृतिक नाटक का भी आयोजन किया गया जिसका उद्घाटन जिला अधिकारी श्री वातल द्वारा किया गया।
(७) १३ नवम्बर १९७४ को प्रातः काल नानाराव पार्क, काननुर में सार्वजनिक निर्वाण लाडू का आयोजन किया गया तथा रात्रि में "महावीर सिद्धान्त सम्मेलन" का आयोजन किया गया जिसमें प्रदेश के भूत पूर्व मुख्य मंत्री श्री चन्द्र भानु गुप्त, राज्य समिति के उपाध्यक्ष श्री लक्ष्मी रमण आचार्य तथा पं० कैलाशचन्द जैन सिद्धान्ताचार्य वाराणसी ने भाग लिया।
(८) १५ नवम्बर १९७४ की रानी में नानाराव पार्क में एक अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।
(९) १३ नवम्बर १९७४ को सार्वजनिक पुस्तकालय फूलबाग में महावीर जैन पुस्तकालय कक्ष की स्थापना की गई।
(१०)२३ अप्रैल १९७५ को जैन क्लब कानपुर के तत्वावधान में विश्व की समस्याओं का निदान अहिंसा में है, विषय पर अन्तर-महाविद्यालय वाद-विवाद प्रतियोगिता आयोजित की गई।
(११) दीपावली १९७४ तथा महावीर जयन्ती १९७५ के अवसर पर भव्य रथयात्राओं के आयोजन किये गये।
(१२) महावीर जयन्ती १९७५ के अवसर पर एक जैन मेले तथा अध्यात्म सम्मेलन का आयोजन किया गया। अध्यात्म सम्मेलन का उद्घाटन प्रसिद्ध मनीषी एवं विचारक काका कालेलकर द्वारा तथा अध्यक्षता राज्य समिति के सचिव एवं शिक्षा सचिव श्री शशि भूषण शरण द्वारा की गई तथा डा० गोकुल चन्द जैन, हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी, द्वारा उद्बोधन हुआ। गोरखपुर
अध्यक्ष श्री फरहत अली, जिला अधिकारी मन्त्री श्री राम स्वरूप सक्सेना, सिटी मैजिस्ट्रेट
दीपावली एवं महावीर जयन्ती के अवसर पर शोभा यात्राएँ निकाली गई तथा मन्दिरों में सामहिक प्रार्थनाओं एवं धर्म प्रवचन का आयोजन किया गया। महावीर जयन्ती के अवसर पर एक अहिंसा मेले का तथा मद्य निषेध प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। देहरादून
अध्यक्ष-श्री गंगा राय, जिला अधिकारी
(१) श्री दि० जैन मन्दिर (सरनीमल हाउस) का जीर्णोद्धार एवं विस्तार रु० ३०,०००/- की लागत पर किया गया।
(२) श्री जैन धर्मशाला के प्रांगण में श्री दि० जैन अतिथि भवन का निर्माण रु० ८०,०००/- की लागत पर किया गया।
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