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53. जो भिक्षु हिंगुल - चूर्ण से लिप्त, हाथ से यावत् ग्रहण करता है अथवा ग्रहण करने वाले का समर्थन करता है।
54. जो भिक्षु मैनशिल - चूर्ण से लिप्त, हाथ से यावत् ग्रहण करता है अथवा ग्रहण करने वाले का समर्थन करता है।
55. जो भिक्षु अंजन - सुरमा से लिप्त, हाथ से यावत् ग्रहण करता है अथवा ग्रहण करने वाले का समर्थन करता है।
56. जो भिक्षु नमक - चूर्ण से लिप्त, हाथ से यावत् ग्रहण करता है अथवा ग्रहण करने वाले का समर्थन करता है।
57. जो भिक्षु गेरू- गैरिका-चूर्ण से लिप्त, हाथ से यावत् ग्रहण करता है अथवा ग्रहण करने वाले का समर्थन करता है।
58. जो भिक्षु वर्णिक-पीली मिट्टी के चूर्ण से लिप्त, हाथ से यावत् ग्रहण करता है अथवा ग्रहण करने वाले का समर्थन करता है ।
59. जो भिक्षु खडिया (खड्डी) चूर्ण से लिप्त, हाथ से यावत् ग्रहण करता है अथवा ग्रहण करने वाले का समर्थन करता है।
60. जो भिक्षु फिटकरी के चूर्ण से लिप्त, हाथ से यावत् ग्रहण करता है अथवा ग्रहण करने वाले का समर्थन करता है।
61. जो भिक्षु हरी वनस्पति के छिलके, भूसे आदि से लिप्त, हाथ से यावत् ग्रहण करता है अथवा ग्रहण करने वाले का समर्थन करता है।
62. जो भिक्षु हरी वनस्पति के चूर्ण से लिप्त, हाथ से यावत् ग्रहण करता है अथवा ग्रहण करने वाले का समर्थन करता है ।
63. जो भिक्षु अलिप्त - बिना खरडे - हाथ से यावत् ग्रहण करता है अथवा ग्रहण करने वाले का समर्थन करता है। (उसे लघुमासिक प्रायश्चित्त आता है | )
49. The ascetic who accepts the food, water, sweet and tasty items donated by wet hands, by clays utensils (Saravaletc), by big spoon, or by any metal's utensils or supported the ones who does so.
50. The ascetic who accepts the food from hands smeared with living earth or supports the ones who accepts so.
51. The ascetic who accepts the food from the hands smeared with earthen salt or supports the ones who accepts so.
52. The ascetic who accepts the food from the hands smeared with "Hartal powder” or supports the ones who accepts so.
53. The ascetic who accepts the food from the hands smeared with "Hingal Powder” or supports is ones who accepts so.
निशीथ सूत्र
(100)
Nishith Sutra