Book Title: Agam 24 Chhed 01 Nishith Sutra Sthanakavsi
Author(s): Amarmuni
Publisher: Padma Prakashan

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Page 358
________________ घर 42. जो भिक्षु सचित्त रजयुक्त पृथ्वी पर उच्चार प्रस्रवण परठता है अथवा परठने वाले का समर्थन करता है। 43. जो भिक्षु सचित्त मिट्टी बिखरी हुई पृथ्वी पर उच्चार प्रस्रवण परठता है अथवा परठने वाले का समर्थन करता है। 44. जो भिक्षु सचित्त पृथ्वी पर उच्चार प्रस्रवण परठता है अथवा परठने वाले का समर्थन करता है। और 45. जो भिक्षु सचित्त शिला पर उच्चार प्रस्रवण परठता है अथवा परठने वाले का समर्थन करता है। 46. जो भिक्षु सचित्त शिलाखण्ड आदि पर उच्चार प्रस्रवण परठता है अथवा परठने वाले का समर्थन करता है। 47. जो भिक्षु दीमक लगे हुए जीवयुक्त काष्ठ पर तथा अण्डे यावत् मकड़ी के जालों से युक्त स्थान पर उच्चार प्रस्रवण परठता है अथवा परठने वाले का समर्थन करता है। 48. जो भिक्षु दुर्बद्ध, दुर्निक्षिप्त, अनिष्कम्प या चलाचल थंभे पर, देहली पर, ओखली पर, स्नान पीठ पर या अन्य भी ऐसे आकाशीय स्थानों पर उच्चार प्रस्रवण परठता है अथवा परठने वाले का समर्थन करता है। 49. जो भिक्षु दुर्बद्ध, दुर्निक्षिप्त, अनिष्कम्प या चलाचल मिट्टी की दीवार पर, ईंट आदि की भित्ति पर, शिला पर, शिलाखण्ड पत्थर पर या अन्य भी ऐसे अन्तरिक्षजात स्थानों पर उच्चार प्रस्रवण सर परठता है अथवा परठने वाले का समर्थन करता है। 50. जो भिक्षु दुर्बद्ध, दुर्निक्षिप्त, अनिष्कम्प या चलाचल स्कन्ध (टांड), फलह, मंच, मंडप, माला, है महल या हवेली की छत पर या अन्य भी ऐसे अन्तरिक्षजात स्थान पर उच्चार प्रस्रवण परठता है अथवा परठने वाले का समर्थन करता है। इन 50 सूत्रों में कहे गए स्थानों का सेवन करने पर लघुचौमासी प्रायश्चित्त आता है। 40. The ascetic who excretes on the land near to the live land or supports the ones who excretes so. 41. The ascetic of who dumps the excreta and urine on the land wet with water or supports ones who does so. 42. The ascetic who dumps the stool and urine on the land covered with living dust and supports the ones who does so. 43. The ascetic who dumps the faeces and urine on the land covered with scattered living soil or supports the ones who dumps so. The ascetic who dumps the faecus and urine on the living land or supports the ones who dumps so. 45. The ascetic who discards the faecus and urine on the living rock or support the ones who discards so. 46. The ascetic who throws away the excreta and urine on the piece of a rock or supports ones who throws away so. निशीथ सूत्र (286) Nishith Sutra

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