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अयोग्य से वैयावृत्य कराने का प्रायश्चित्त THE ATONEMENT OF GETTING SERVICES OF UNWORTHY PERSON 85. जे भिक्खू नायगेण वा अनायगेण वा उवासएण वा अणुवासएण वा अणलेण वेयावच्चं
कारवेइ, कारवेंतं वा साइज्जइ। 85. जो भिक्षु अयोग्य स्वजन या परजन, उपासक या अनुपासक दीक्षित भिक्षु से सेवा करवाता है घर
अथवा करवाने वाले का समर्थन करता है। (उसे गुरुचौमासी प्रायश्चित्त आता है।) 85. The ascetic who gets help of unworthy relative or strange devotee or devotion less
initiated ascetic or supports the ones who done so, a guru-chaumasi expiation comes
to him. साधु-साध्वियों के एक स्थान में ठहरने का प्रायश्चित्त THE ATONEMENT OF STAYING OF MONKS AND NUNS AT ONE PLACE 86. जे भिक्खू सचेले सचेलाणं मज्झे संवसइ, संवसंतं वा साइज्जइ। 87. जे भिक्खू सचेले अचेलाणं मझे संवसइ, संवसंतं वा साइज्जइ। 88. जे भिक्खू अचेले सचेलाणं मज्झे संवसइ, संवसंतं वा साइज्जइ। 89. जे भिक्खू अचेले अचेलाणं मज्झे संवसइ, संवसंतं वा साइज्जइ। 86. जो सचेल भिक्षु सचेल साध्वियों के साथ रहता है अथवा रहने वाले का समर्थन करता है। . 87. जो सचेल भिक्षु अचेल साध्वियों के साथ रहता है अथवा रहने वाले का समर्थन करता है। . 88. जो अचेल भिक्षु सचेल साध्वियों के साथ रहता है अथवा रहने वाले का समर्थन करता है। 89. जो अचेल भिक्षु अचेल साध्वियों के साथ रहता है अथवा रहने वाले का समर्थन करता है। (उसे
गुरुचौमासी प्रायश्चित्त आता है।) 86. The clad ascetic who stays along with the clothed nuns or supports the ones who
stays so. 87. The clad ascetic who stays along with the nude nuns or supports the ones who
does so. 88. The naked ascetic who stays along with the clothed nuns or supports the ones who
does so. The naked ascetic who stays with nude nuns or supports the ones who does so, a guru-chaumasiexpiation comes to him. विवेचन-सचेल-अचेल की चौभंगी द्वारा साधु का साध्वी के साथ रहने का प्रायश्चित्त बताया गया है।
Comments-With the help of foursomes (chaubhangi) the atonement for male and female ascetics living together is explained here.
निशीथ सूत्र
(202)
Nishith Sutra