________________
मरे 75. जे भिक्खू माउग्गामस्स मेहुणवडियाए कीलावासंसि वा दारुए जीवपइट्ठीए; सअंडे, सपाणे,
सबीए, सहरिए, सओसे, सउदए, सउत्तिंगपणग-दग-मक्कडा-संताएण णिसीयावेज्ज वा
तुयट्टावेज्ज वा, णिसीयावेंतं वा तुयट्टावेंतं वा साइज्जइ। 68. जो भिक्षु स्त्री के साथ मैथुन सेवन के संकल्प से सचित्त पृथ्वी के निकट की भूमि पर स्त्री को *
बैठाता है या सुलाता है अथवा बिठाने वाले का या सुलाने वाले का समर्थन करता है। 69. जो भिक्षु स्त्री के साथ मैथुन सेवन के संकल्प से सचित्त जल से स्निग्ध भूमि पर स्त्री को बैठाता
है या सुलाता है अथवा बिठाने वाले का या सुलाने वाले का समर्थन करता है। 70. जो भिक्षु स्त्री के साथ मैथुन सेवन के संकल्प से सचित्त जल से रजयुक्त भूमि पर स्त्री को बैठाता
है या सुलाता है अथवा बिठाने वाले का या सुलाने वाले का समर्थन करता है। 71. जो भिक्षु स्त्री के साथ मैथुन सेवन के संकल्प से सचित्त मिट्टी युक्त भूमि पर स्त्री को बैठाता है या और
सुलाता है अथवा बिठाने वाले का या सुलाने वाले का समर्थन करता है। . . 72. जो भिक्षु स्त्री के साथ मैथुन सेवन के संकल्प से सचित्त पृथ्वी पर स्त्री को बैठाता है या सुलाता
है अथवा बिठाने वाले का या सुलाने वाले का समर्थन करता है। 73. जो भिक्षु स्त्री के साथ मैथुन सेवन के संकल्प से सचित्त शिला पर स्त्री को बैठाता है या सुलाता है
है अथवा बिठाने वाले का या सुलाने वाले का समर्थन करता है। . 74. जो भिक्षु स्त्री के साथ मैथुन सेवन के संकल्प से सचित्त मिट्टी के ढेले पर या पत्थर पर स्त्री को है
बैठाता है या सुलाता है अथवा बिठाने वाले का या सुलाने वाले का समर्थन करता है। . 75. जो भिक्षु स्त्री के साथ मैथुन सेवन के संकल्प से घुन या दीमक लग जाने से जो काष्ठ जीव युक्त है।
हो उस पर तथा जिस स्थान में अंडे, त्रस जीव, बीज, हरीघास, ओस, पानी, कीडी आदि के बिल, लीलन-फूलन, गीली मिट्टी या मकड़ी के जाले हों, वहाँ पर स्त्री को बैठाता है या सुलाता है अथवा बिठाने वाले का या सुलाने वाले का समर्थन करता है। (उसे गुरूचौमासी प्रायश्चित्त र आता है।) The ascetic who gets the woman seated and slept on the ground near to the living land with the desire of sexual intercourse or supports the ones who gets slept so. The ascetic who gets the woman seated or slept with the desire of sexual intercourse on the land wet with living water or supports the ones who makes the woman to
sleep so. 70. The ascetic who gets the woman seated or slept on the land of dust soaked in living
water with the desire of sexual intercourse with the woman or supports the ones
who does so. 71. The ascetic who gets the woman seated or slept on the land of living soil with the
desire of sexual intercourse or supports ones who does so. | निशीथ सूत्र
(140)
Nishith Sutra