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१७६ ] छक्खंडागमे वेयणाखंड
[४, २, ६,५०. असण्णिपंचिंदियपज्जत्तयस्स चदुण्णं कम्माणं जहणिया आबाहा विसेसाहिया । तस्सेव अपज्जत्तयस्स चदुण्णं कम्माणं जहणिया आबाहा विसेसाहिया । तस्सेव अपज्जत्तयस्स चदुण्णं कम्माणमुक्कस्सिया आबाहा विसेसाहिया । तस्सेव पज्जत्तयस्स चदुण्णं कम्माणमुक्कस्सिया आबाहा विसेसाहिया । असण्णिपंचिंदियपज्जत्तयस्स मोहणीयस्स जहणिया आबाहा संखेज्जगुणा । तस्सेव अपज्जत्तयस्स मोहणीयस्स जहणिया आबाहा विसेसाहिया । तस्सेव अपज्जत्तयस्स मोहणीयस्स उक्कस्सिया आबाहा विसेसाहिया । तस्सेव पज्जत्तयस्स मोहणीयस्स उक्कस्सिया आबाहा विसेसाहिया । सण्णिपंचिंदियपज्जत्तयस्स णामी-गोदाणं जहणिया आबाहा संखेज्जगुणा । चदुण्णं कम्माणं जहणिया आबाहा विसेसाहिया । मोहणीयस्स जहणिया आबाहा संखेज्जगुणा । तस्सेव अपज्जत्तयस्स णामा-गोदाणं जहणिया आबाहा संखेज्जगुणा । चदुण्णं कम्माणं जहणिया आबाहा विसेसाहिया । मोहणीयस्स जणिया आबाहा संखेज्जगुणा । तस्सेव अपज्जत्तयस्स णामा-गोदाणमाबाधाहाणविसेसो संखेज्जगुणो । आबाधाहाणाणि एगरूवेण विसेसाहियाणि । उक्कस्सिया आवाहा विसेसाहिया । चदुण्णं कम्माणमाबाहाहाणविसेसो विसेसाहिओ । आबाहाहाणाणि एगरूवेण विसेसाहियाणि । उक्कस्सिया आबाहा विसेसाहिया । मोहणीयस्स आबाहाद्वाणविसेसो संखेज्जगुणो । आबाहाहाणाणि एगरूवेण विसेसाहियाणि । उक्कस्सिया आबाहा विसेसाहिया । तेइंदियपज्जत्ताणमाउअस्स आबाहाहाणविसेसो संखेज्जगुणो । आबाहापंचेन्द्रिय पर्याप्तकके चार कर्मोकी जघन्य आबाधा विशेष अधिक है। उसीके अपर्याप्तकके चार कर्मोकी जघन्य आबाधा विशेष अधिक है। उसीके अपर्याप्तकके चार कर्मोंकी उत्कृष्ट आवाधा विशेष अधिक है । उसीके पर्याप्तकके चार कर्मोंकी उत्कृष्ट आबाधा विशेष अधिक है। असंही पंचेन्द्रिय पर्याप्तककके मोहनीयकी जघन्य आबाधा संख्यातगुणी है । उसीके अपर्याप्तकके मोहनीयकी जघन्य आवाधा विशेष अधिक है । उसीके अपर्याप्तकके मोहनीयकी उत्कृष्ट आबाधा विशेष अधिक है । उसीके पर्याप्तकके मोहनीयकी उत्कृष्ट आबाधा विशेष अधिक है। संज्ञी पंचेन्द्रिय पर्याप्तकके नाम व गोत्रकी जघन्य आबाधा संख्यातगुणी है। चार कर्मोंकी जघन्य आबाधा विशेष अधिक है। मोहनीयकी जघन्य आबाधा संख्यातगुणी है। उसीके अपर्याप्तकके नाम व गोत्रकी जघन्य आवाधा संख्यातगुणी है। चार कर्मोकी जघन्य आबाधा विशेष अधिक है। मोहनीयकी जघन्य आबाधा संख्यातगुणी है। उसीके अपर्याप्तकके नाम व गोत्रका आबाधास्थानविशेष संख्यातगुणा है। आवाधास्थान एक रूपसे विशेष अधिक हैं । उत्कृष्ट आबाधा विशेष अधिक है । चार कर्मोंका आबाधास्थानविशेष विशेष अधिक है। आबाधास्थान एक रूपसे विशेष अधिक हैं। उत्कृष्ट आ विशेष अधिक है । मोहनीयका आबाधास्थानविशेष संख्यातगुणा है । आवाधास्थान एक रूपसे विशेष अधिक हैं । उत्कृष्ट आबाधा बिशेष अधिक है । त्रीन्द्रिय पर्याप्तकों के आयुका आबाधास्थानविशेष संख्यातगुणा है। आबाधास्थान एक रूपसे विशेष अधिक हैं।
१ अ-काप्रत्योः 'सण्णिपंचिंदियणामा-', आप्रतौ 'सण्णिपंचि० णामा-', ताप्रती 'सण्णिपंचिंदिय [पज ] णामा' इति पाठः ।
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