Book Title: Shatkhandagama Pustak 11
Author(s): Pushpadant, Bhutbali, Hiralal Jain, Balchandra Shastri, A N Upadhye
Publisher: Jain Sahityoddharak Fund Karyalay Amravati
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बेदणाखेसविहाणमुत्ताणि सूत्र संपया
सूत्र पर सूत्र संख्या ५७ तस्सेव णिव्वत्तिअपजत्तयस्त उपक- । ७१ बादरपुढ विकाइयणिव्वत्तिपजत्त
स्सिया ओगाहणा विसेसाहिया। ६१ यस्स जहणिया ओगाहणा असं५८ तस्सेव णिव्वत्तिपजत्तयस्स उपक
खेज्जगुणा। स्तिया ओगाहणा विसेसाहिया। ,, ७२ तस्सेव णिवत्तिअपजत्तयस्स उक्क५९ सुहुमपुढविकाइयणिवत्तिपजत्त- स्सिया ओगाहणा विसेसाहिया। , यस्स जहणिया ओगाहणा
७३ तस्सेव णिवत्तिपज्जत्तयस्स उक्कअसंखेजगुणा।
स्सिया ओगाहणा विसेसाहिया। , ६० तस्सेव णिव्वत्तिअपजत्तयस्स ७४ बादरणिगोदणियत्तिपजत्तयस्स . उक्कस्सिया ओगाहणा विसे
जहणिया ओगाहणा विसेसाहिया। ६५ साहिया।
,, ७५ तस्सेव णिव्वत्तिअपज्जत्तयस्स उ ६१ तस्सेव णिवत्तिपजत्तयस्स उक्क
स्सिया ओगाहणा विसेसाहिया। , स्सिया ओगाहणा विसेसाहिया। , ७६ तस्सेव णिवत्तिपज्जत्तयस्स उक्क६२ बादरवाउक्काइयणिवत्तिपजत्त
स्सिया ओगाहणा विसेसाहिया। " यस्स जहणिया ओगाहणा | ७७ णिगोदपदिट्टिदपज्जत्तयस्स जहणिया असंखेजगुणा।
ओगाहणा असंखेज्जगुणा। " ६३ तस्सेव णिव्यत्तिअपजत्तयरल
तस्सेव णिवत्तिअपज्जत्तयस्स उक्कस्सिया ओगाहणा विसे
उक्कस्सिया ओगाहणा विसेसाहिया।" साहिया।
तस्सेव णिवत्तिपज्जत्तयस्ल उक्क६४ तस्सेव णिव्वत्तिपजत्तयस्स उक्क- स्तिया ओगाहणा विसेसाहिया। ६६
स्सिया ओगाहणा विसेसाहिया। ६३ ८० बादरवणप्फदिकाइयपत्तेयसरीर६५ बादरतेउकाइयणिवत्तिपज्जत्त
णिव्वत्तिपज्जत्तयस्त जहणिया यस्स जहणिया ओगाहणा असं.
ओगाहणा असंखेज्जगुणा । खेज्जगुणा।
८१ बेइंदियणिवत्तिपज्जत्तयस्स जह६६ तस्सेव णिवत्तिअपज्जत्तयस्स
णिया ओगाहणा असंखेज्जगुणा। ,, उक्कस्सिया ओगाहणा विसे- | ८२ तेइंदियणिवत्तिपज्जत्तयस्म जहसाहिया।
पिणया ओगाहणा संखेज्जगुणा। ,, ६७ तस्सेव णिव्वत्तिपज्जत्तयस्ल उक्क- ८३ चउरिंदियणिवत्तिपज्जत्तयस्स
स्सिया ओगाहणा विसेसाहिया। , जहणिया ओगाहणा संखेज्जगुणा।" ६८ बादरउक्काइयणिव्वत्तिपजत्त- ८४ पंचिंदियणिवत्तिपज्जत्तयस्स जहयस्स जहणिया ओगाहणा
णिया ओगाहणा संखेज्जगुणा। ६७ असंखेज्जगुणा।
८५ तेइंदियणिवत्तिअपज्जयस्स उक्क६९ तस्सेव णिव्वत्तिअपज्जत्तयस्स
स्सिया ओगाहणा संखेज्जगुणा। " उक्कस्सिया ओगाहणा विसे- ८६ चउरिदियणिव्वत्तिअपज्जयत्तस्स साहिया।
६४. उक्कस्सिया ओगाहणासंखेजगुणा।" ७० तस्लेव णिवत्तिपजत्तयस्स उक्क- ८७ बेदियणि वत्तिअपज्जत्तयस्स उक्कस्सिया ओगाहणा विसेसाहिया। , स्सिया ओगाहणा संखेज्जगुणा। "
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