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२८६ ] छक्खंडागमे वेयणाखंड
[४, २, ६, १६४. संखेजगुणाणि । उक्कस्सओ हिदिबंधो विसेसाहिओ । णामा-गोदाणं णाणापदेसगुणहाणिहाणंतराणि असंखेजगुणाणि । चदुण्णं कम्माणं णाणापदेसगुणहाणिहाणंतराणि विसेसाहियाणि । मोहणीयस्स णाणापदेसगुणहाणिहाणंतराणि संखेजगुणाणि । सत्तण्णं कम्माणमेगपदेसगुणहाणिटाणंतरमसंखेजगुणं । सत्तण्णं कम्माणमेगमाबाहाकंदयमसंखेजगुणं । णामा-गोदाणं हिदिबंधट्ठाणाणि असंखेजगुणाणि । चदुण्णं कम्माणं हिदिबंधट्ठाणाणि विसेसाहियाणि । मोहणीयस्स हिदिबंधट्टाणाणि संखेजगुणाणि । णामा-गोदाणं जहण्णओ हिदिबंधो असंखेजगुणो । उक्कस्सओ हिदिबंधो विसेसाहिओ। चदुण्णं कम्माणं जहण्णओ हिदिबंधो विसेसाहिओ । उक्कस्सओ हिदिबंधो विसेसाहिओ । मोहणीयस्स जहण्णओ हिदिबंधो असंखेजगुणो । उक्कस्सओ हिदिबंधो विसेसाहिओ ।
बादरेइंदियअपजत्त-सुहुमेइंदियपजत्तापजत्ताणं च णामा-गोदाणमाबाहट्ठाणाणि आपाहाकंदयाणि च दो वि तुल्लाणि थोवाणि। चदुण्णं कम्माणमाबाहाहाणाणि आबाहाकंदयाणि च दो वि तुल्लाणि विसेसाहियाणि । मोहणीयस्स आबाहाहाणाणि आबाहाकंदयाणि च दो वि तुल्लाणि संखेजगुणाणि । आउअस्स जहणिया आबाहा संखेजगुणा । जहण्णओ हिदिबंधो संखेजगुणो । आउअस्स आबाहाहाणाणि संखेजगुणाणि । उक्कस्सिया आबाहा विसेसाहिया। णामा-गोदाणं जहण्णिया आबाहा संखेजगुणा । उक्कस्सिया आबाहा विसेसाहिया । चदुण्णं कम्माणं जहणिया आबाहा विसेसाहिया । उक्कस्सिया आबाहा
विशेष अधिक है। नाम-गोत्रके नानाप्रदेशगुणहानिस्थानान्तर असंख्यातगुणे हैं। चार कर्मोंके नानाप्रदेशगुणहानिस्थानान्तर विशेष अधिक हैं । मोहनीयके नानाप्रदेशगुणहानिस्थानान्तर संख्यातगुणे हैं । सात कौका एकप्रदेशगुणहानिस्थानान्तर असंख्यातगुणा है। सात काँका एक आबाधाकाण्डक असंख्यातगुणा है। नाम-गोत्रके स्थितिबन्धस्थान असंख्यातगुणे हैं । चार कर्मोंके स्थितिबन्धस्थान विशेष अधिक हैं। मोहनीयके स्थितिबन्धस्थान संख्यातगुणे हैं । नाम-गोत्रका जघन्य स्थितिबन्ध असंख्यातगुणा है। उत्कृष्ट स्थितिबन्ध विशेष अधिक है । चार कर्मोका जघन्य स्थितिबन्ध विशेष अधिक है। उत्कृष्ट स्थितिबन्ध विशेष अधिक है । मोहनीयका जघन्य स्थितिबन्ध असंख्यातगुणा है । उत्कृष्ट स्थितिबन्ध विशेष अधिक है।
बादर एकेन्द्रिय अपर्याप्त और सूक्ष्म एकेन्द्रिय पर्याप्त-अपर्याप्त जीवोंके नाम-गोत्रके आबाधास्थान और आबाधाकाण्डक दोनों ही तुल्य व स्तोक हैं। चार कर्मोके आवाधास्थान और आवाधाकाण्डक दोनों ही तुल्य विशेष अधिक हैं । मोहनीयके आवाधास्थान और आबाधाकाण्डक दोनों ही तुल्य संख्यातगुणे हैं । आयुकी जघन्य आवाधा संख्यात. गुणी है । जघन्य स्थितिवन्ध संख्यातगुणा है। आयुके आबाधास्थान संण्यातगुणे हैं। उत्कृष्ट आबाधा विशेष अधिक है । नाम-गोत्रकी जघन्य आबाधा संख्यातगुणी है । उत्कृष्ट आवाधा विशेष अधिक है। चार कर्मोकी जघन्य आबाधा विशेष अधिक है। उत्कृष्ट
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