Book Title: Shatkhandagama Pustak 11
Author(s): Pushpadant, Bhutbali, Hiralal Jain, Balchandra Shastri, A N Upadhye
Publisher: Jain Sahityoddharak Fund Karyalay Amravati
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१८८]
छक्खंडागमे वेयणाखंड
[४, २, ६, ५०. द्वाणविसेसो विसेसाहिओ। द्विदिबंधट्ठाणाणि एगरूवाहियाणि । मोहणीयस्स हिदिबंधट्ठाणविसेसो संखेजगुणो। द्विदिबंधट्ठाणाणि एगख्वाहियाणि । णामा-गोदाणं जहण्णओ हिदिबंधो संखेजगुणो । उक्कस्सओ हिदिबंधो विसेसाहिओ। चदुण्णं कम्माणं जहण्णओ हिदिबंधो विसेसाहिओ। [उक्कस्सओ हिदिबंधो विसेसाहिओ । ] मोहणीयस्स जहण्णओ हिदिबंधो संखेजगुणो । उक्कस्सओ हिदिबंधो विसेसाहिओ।
सव्वत्थोवा सण्णिपंचिंदियअपजत्तयस्स आउअस्स जहणिया आवाहा । जहण्णओ द्विदिबंधो संखेजगुणो। आबाहाहाणविसेसो संखेजगुणो । आबाहाहाणाणि एगवाहियाणि । उक्कस्सिया आबाहा विसेसाहिया । णामा-गोदाणं जहण्णिया आबाहा संखेजगुणा । चदुण्णं कम्माणं जहणिया आबाहा विसेसाहिया । मोहणीयस्स जहणिया आबाहा संखेजगुणा । णामा-गोदाणमाबाहट्ठाणविसेसो संखेज्जगुणो । आबाहाहाणाणि एगवाहियाणि । उक्कस्सिया आबाहा विसेसाहिया । चदुण्णं कम्माणमाबाहट्ठाणविसेसो विसेसाहिओ। आबाहाहाणाणि एगरूवाहियाणि । उक्कस्सिया आबाहा विसेसाहिया । मोहणीयस्स आबाहट्ठाणविसेसो संखेजगुणो । आबाहाहाणाणि एगरूवाहियाणि । उक्कस्सिया आबाहा विसेसाहिया । आउअस्स हिदिबंधट्ठाणविसेसो संखेजगुणो। हिदिबंधट्ठाणाणि एगरूवाहियाणि । उक्कस्सओ हिदिबंधो विसेसाहिओ । णामा-गोदाणं जहण्णओ हिदिबंधो
एक रूपसे अधिक हैं । चार कर्मोंका स्थितिबन्धस्थानविशेष विशेष अधिक है। स्थितिबन्धस्थान एक रूपसे विशेष अधिक हैं। मोहनीयका स्थितिबन्धस्थानविशेष संख्शतगुणा है । स्थितिबन्धस्थान एक रूपसे विशेष अधिक हैं । नाम व गोत्रका जघन्य स्थितिबन्ध संख्यातगुणा है । उत्कृष्ट स्थितिबन्ध विशेष अधिक है। चार कमौका जघन्य स्थितिबन्ध विशेष अधिक है। [ उत्कृष्ट स्थितिबन्ध विशेष अधिक है। ] मोहनीयका जघन्य स्थितिबन्ध संख्यातगुणा है । उत्कृष्ट स्थितिबन्ध विशेष अधिक है।
संशी पंचेन्द्रिय अपर्याप्तकके आयुकी जघन्य आबाधा सबसे स्तोक है। जघन्य स्थितिबन्ध संख्यातगुणा है। आबाधास्थानाविशेष संख्यातगुणा है। आबाधास्थान एक रूपसे विशेष अधिक हैं । उत्कृष्ट आवाधा विशेष अधिक है । नाम व गोत्रकी जघन्य आबाधा संख्यातगणी है। चार ककी जघन्य आबाधा विशेष अधिक है। मोहनीयकी जघन्य आबाधा संख्यातगुणी है । नाम व गोत्रका आबाधास्थानविशेष संख्यातगुणा है। आबाधास्थान एक रूपसे विशेष अधिक हैं। उत्कृष्ट अबाधा विशेष अधिक है। चार कर्मोंका आवाधास्थानविशेष विशेष अधिक है । आवाधास्थान एक रूपसे विशेष अधिक हैं। उत्कृष्ट आबाधा विशेष अधिक है । मोहनीयका आबाधास्थान विशेष संख्यातगुणा है। माबाधास्थान एक रूपसे विशेष अधिक हैं। उत्कृष्ट आबाधा विशेष अधिक है। आयुका स्थितिबन्धस्थानविशेष संख्यातगुणा है। स्थितिबन्धस्थान एक रूपसे विशेष अधिक हैं। उत्कृष्ट स्थितिबन्ध विशेष अधिक है । नाम व गोत्रका जघन्य स्थितिबन्ध असंख्यातगुणा
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