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॥ रत्नसार ॥ लेश्या ४ ए च्यार एकठा मिलै तिहारे पर भव - आयु बंधै. इति. - १३५. हिवै षट द्रव्य नो एकसौ पैंतीसमो प्रश्नः--हिवै शिष्यः जीवाजीव नुं स्वरूप पूछे छै. जे तिहां धर्मास्ति कायादि षट् द्रव्य ना द्रव्य,क्षेत्र, काल, भाव, अने गुण एकेक द्रव्य ना पांच भेद इम छः द्रव्य ना मिली ३० तीस प्रश्न पूछे छै. तत्रोत्तरं.
१ धर्मास्तिकाय-द्रव्य थी द्रव्य १ क्षेत्र थी लोक प्रमाण २ काल थी अनादि अनंत ३भाव थी अवर्णादि ४ गुण चलण ५.
२ अधर्मास्तिकाय-द्रव्य थी द्रव्य १ क्षेत्र थी लोक प्रमाण २ काल.थी अनादि अनंत ३ भाव थी अवर्णादि ४. गुण थिर ५. ___३ आकास्तिकाय-द्रव्य थी द्रव्य १ क्षेत्र थी लोकालोक २ काल थी अनादि अनंत ३ भावथी अवर्णादि ४ गुण थी अवकाश ५.