Book Title: Ratnasar
Author(s): Tarachand Nihalchand Shravak
Publisher: Tarachand Nihalchand Shravak
View full book text
________________
॥शुरिपत्र । ___ पृष्ठ. पंक्ति. अशुद्ध.
६९ ८ तेरषलषा जहं तेरस लक्खा जई ७२ १ द्वादश्चैवहत्यादि कोटिशतंडादशश्चैव
कोट्योलक्ष्याण्यसीति चैवाधिकानि पंचाश दष्टौव सहस्त्र संख्या मेतच्छतंचांग पदं
नमामि. ,. १. अहेव इत्यादि एकावन्नं कोडियो
लक्खा अद्वैव सहस चुलसिहि सय छक्क साढा एकवीस पय
गंथा. ७३ १७ द्वारवौं । द्वार वृत ७९ १६ सम्य सम ८४ ४. श्वायो श्वायं ८५ २ उवकमीया उवकमीया
३ तापानोदिभि तापानादिभिर्वेद

Page Navigation
1 ... 308 309 310 311 312 313 314 315 316 317 318 319 320 321 322 323 324 325 326 327 328 329 330 331 332