Book Title: Ratnasar
Author(s): Tarachand Nihalchand Shravak
Publisher: Tarachand Nihalchand Shravak

View full book text
Previous | Next

Page 311
________________ ॥ शुद्धिपत्र ॥ (५) पृष्ठ. . पंक्ति. अशुद्ध. शुद्ध. इत्यार्थ इत्यर्थः मीचरिमे मीचरिमे मोहनी मोहंमि १ अकोसे श्रकोसे पंचे पंचेव सिद्ध सिद्या जलेय जल्लेय अनयोग अनुयोग सुत्र सूत्र तरयोत योत प्रश्नजाणावा प्रश्न नो जाण प्रानि रहै रहे असवगर्द असव्वगदं पुद्गलगना पुद्गल हिणुकादि द्विअणुकादि संपऐसा सपऐसा १०७

Loading...

Page Navigation
1 ... 309 310 311 312 313 314 315 316 317 318 319 320 321 322 323 324 325 326 327 328 329 330 331 332