________________
સત્સંગ-સંજીવની
3908
था दुर्मगती निवृत्ति कारो छ भने भूघालावे फेर मेंथासंयोग भयो धो लेवी प्रति भला कथा, भरने के मूঈय छते पएंड आविया २५शानुं ईज छे, म विचारा विद्यावान पुरषोते मूर्छालन प्रत्यदि जेहने शमा बेधे, अभवाध उसने तो कड़े तेमुळे अतोनात फटिनी हे फाउं तथा आनेका नेलो प्रसंग हे निमित्त छे, ओटले ते संवरा है विकारवान पुरषोने के हितहारी के बारे A Gruon काय
२८५
মকঈপes, মজেchuci, भने nokraपडे देखने पोलावे विशेष प्रति कोई थाय छेड़े मेलन तारेविरे दुध पा १२ मे विजे उद्यादिनाबे पर बतील हो? २ ते २७ तो तेरे
ईज था, शंकरमा आरेय पण शाला द फाल्तु प्रg नक्षी, आने २५ विना संभारवेो दिषे मोर भवा आदि कथा के मोह अनं तन्मएको भाने मदस पेटको छ
De