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उत्तर,
(३) ६४ ४
इस प्रकार से भी यर + ३ य ऊपर पूर्व प्रकार से मिला है ।
इसी भांति जब कि वर्गपूल का घनमूल अथवा घनमूल का वर्गमूल पघातमूल होता है और वर्गमूल के वर्गमूल का वर्गमूल राष्टघातमूल होता है इस लिये षड्धानमूल वा अष्टघातमूल जानना हो तो उक्त के अनुसार बार२ मूल लेने से भी अभीष्टमूल मिलेगा ।
अभ्यास के लिये और उदाहरण ।
क्या है ?
(१) ४९ अ° + ७० अक्रय + २५ कय इस का वर्गमूल क्या है?
उत्तर,
७ + ५ कय ।
-
(३) * – २*य े + ३ अथ – २ अ + य' इस का वर्गमूल क्या है ? - य + ये ? |
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(६)
मूलःक्रया
उत्तर,
કા
३ यह वही चतुर्थीतमूल मिला नो
उत्तर,
.(४) २७ ३ – ५४ अ° + ३६
(७) ६४
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४४८ अश्क + २७४४ अकरें + २४०१ क इस का वर्गमूल
८२ - २८ चक्र - ४९ करे ।
उत्तर ३-२।
(५) थ + १५ अय़ े + ७५ अ + १२५ * इस का घनमूल कहो ।
उतर
य+५द्म ।
मिक्लो ।
*' + २७ र ६० इस का ग्र-३ ।
- ८ इस का घनमूल क्या है ?
de
घनमूल
३३६ र + ५८८ घर - ३४३ र इस का
४५ - २१ ।
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'घनमूल
जानो ।
उत्तर,
(5) ¥€ + 2 **2 + 8€ q°
उत्तर,
चा' + ४ को
(C) अ + ३ अभ्य ५ अ + ३ अथ' – व' इस का घनमूल क्या है ?
उत्तर, चा + त्राय य |
क यह किस का घन है ?