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भित्रपदों का भागहार।
१-य+
-
+ इत्यादि =---+
-
+ इत्यादि।
ये दोनों समान पक्ष परस्पर अत्यन्त अलग २ रूप के हैं यह बड़ा हि चमत्कार है।
अभ्यास के लिये और उदाहरण ।
.
-य+रा
य+र
अ-क
अ-का
प्रक-कर
प्रग-कग ३क
U
(a) {1-4} + {",}--
५
१
+
य
१
+य
+२क
३
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२
-
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-
क
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-
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-
१
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