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फम-१
एबाधातसमीकरबासमाधि प्रश्क। होंगे, य+4= फ (र-प) और भ(य-ब) =+ब, बत समक्रिया । य-ब+
और + (प+ ब. (भ + १ ये या और रके मानः प, कब और भ इन पदों में लब्ध हुए हैं। इस लिये इस भांति के प्रश्न. में प, फ; बार भवन के संख्यात्मक मानों से य और रके मानों में उत्यापन करने से य और र के. संख्यास्मत मान तुरंत प्राप्त होग। ..
जैसा ऊपर के प्रश्न में पा= १६, फः= ३, ब= १० और भ= ४. :: य = ब+ ( प
= 49 + ३३४३ = १० + १२ = २९, पौर, र= + + ब भ + = १६+ ३३.४५ = १६+ १५ = ३१
यो य, और र के असरात्मक मानों से इस प्रकार के प्रश्न का उत्तर लाघव, से जानने के लिये मैंने एक सूत्र बनाया है।
दानल्ये खेलोमा स्वास्वगुणेमाहले विकोणः ।
गुणघालेन हृते स्वे. स्यातामन्योन्यादानसंयुक्त। . इसका अर्थ । बागों का योगदो. स्था में खो उसको से एक से अधिक अपने २ गुण से गुण देना और उन में गुणों के गुणन. फल में एक घटा के. शेषः का भाग देओ फिर लधियों में परम्मा के दान जोड़ देओ। वे योग क्रम से उन पुरुषों के धन होंगे।
प्रश्नः । जो काम प्रा. मनुष्य: प दिन में करता है. वही काम क मनुष्य फ दिन में करता है तो अऔर क.ये दोनों मिल के साथ वही. काम कितने दिन में करेंगे का?
यहां मानो कि. और क. मिल के साथ य दिन में वह काम करेंगे और १ यह उस एक, कामः का द्योतक है, तो.
य= य.दिन में अ, के. कामः का विभाग, और 2 = यदिन में क, के काम का विभाग
य + 2 = १.:. समक्रिया से, यन-फ
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