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भित्रसम्बन्धि प्रकीर्णक ।
म
उदा० (२) २ य - ७
य
यहां
य -३य+२ (य-१) (य-२)_य-१, य+य,-६ (य+३) (य--२) य+३ :-" यह उद्दिष्ट भिन्न पद का मान है। २ यः -- ७ य -३ य+१८ दस का मान अलग २ को
३ य३ - १३ य+८य+१२ जब य =२ और ३। पा २ यर -७ य-३ य+१८ =२ य+३
३ य३ - १३ यर +८य+१२ ३य+२ . :- जब य = २ और :-१६ जब य = ३ ।
००
OM
उदा० (३)
क्स का मान क्या है ? जब य= अ। यहां अ-य -+-य + A-३य + इत्यादि + अयस-+ य
इस में मो अ और य के घातों के घातमापक क्रम से उत्तरोत्तर घटते और बढते हैं इस से स्पष्ट जान पड़ता है कि इस में पदों की संख्या म इतनी है। अब जो य = अ हो
तो : = अम +# +अ + इत्या० म पद = म. अग।
म-१
(य-र)२ . उदा० (8) P . इस का मान क्या है? जब य =र ।
MR +
यहां
0/0
य+र
उदा० (५)
६५+५ य-६ एय- १२य+४
इस का मान क्या है? जब य = ३ । ६य +५ य-६ २य+३ स्य-१२ य+8 ३य ... = ० ।
यहां
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