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অনয যক্ষ্মঘানীয়। (१) से, र को उन्मितिर-३२-३य
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य
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६
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छेदगम से, ६-६य = १० य-५६
:: .१९ य = १५२ और य = १५३-८ तब उत्थापन से, र= ३२-३ य = ३२-२४ ==२
धा, -५य- २८ – ४०८.२८= =२ । इस प्रकार से यहां य= ८और र२
... ५ य+३य-२ = १६ उदा० (२)
। इस में य और र का ५य-२र ३य + १ = १३ मान क्या है? इस में छेदगम और यथासंभव सवर्णन करके (१) से, ३८य-२र = ११२ : य-२र+ ११२ (२) से, १६य-१० र ४७ : य-१०+४७
: र + ११२ – १० र +४७ । छेदगम से, र+ ११२-२०र + ६४
.. १८५=१८ और र =१ पूर्ववत् उत्थापन से, य=३ अथवा इस मेंर को उन्मितिओं को परस्पर समान करने से भी य और र के मान वे ही आवैगे।
१९
उदा० (३) स्य,-३० )
ए इस में य और र क्या हैं?
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