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नार-३
+३
एकघातसमीकरणसम्बन्धि प्रश्न ।
२२५ (१०) य-र+ ल = १, (+क) य-(अ+ग) + (क+ग) ल -२ और अकय- अगर+कगल = ३, इस में
गर-२+३ कर-२क+३ . य= (अ-ग) (क-ग),र (अ-क (क-गारल- (अ-क) (अ-गा।
(११) य-अर+अल अय-कर+करलक और य- गर + गलग, इस में य = अकग, र= अक+अग+कग
और ल=अ+क+ग। . (१२) या- अ ययन 2 और एलन - " इस में य- के-गर-अ+-+ और ल-क+ग-अ . ___ (१३) 2 + 2 - 2 + - * और १ + -1, इस में य= अगर
२ अकग 4-अग+कग-कार-अक+कग-ऋग, प्रार
ल-अक+अग-कग । (१४) य+र+ल=६,य+र+व=६,य+ल+व= और र+ल+३=५, इस में य =२, र =३, ल = ४ और व १ ।
२३का
अकग
बीजगणितसंबन्धि प्रश्न जिन से एकघात
समीकरण उत्पन्न होते हैं।
१२। जिस प्रश्न का उत्तर जानना हो उस का सब अर्थ पहिले अच्छी भांति मन में ले आओ और तब ऐसा सोचो कि इस में जो अव्यक्त अर्थात् अज्ञात संख्या है वह जो ज्ञात हो तो किस प्रकार से उस संख्या की प्रतीति करेंगे? अर्थात् यह संख्या उस अव्यक्त राशि का मान ठीक है वा नहीं यह किस प्रकार से जानेंगे? तब जिस प्रश्न का प्रतीति देखने का प्रकार अच्छी भांति मन में प्राधेगा उस प्रश्न का उत्तर बीजगणित से ज्ञात होगा । सो इस प्रकार से।
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