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अनेकवर्ण एकघात समीकरण ।
- T
= २१
(१)
जैसा
य + र = 9
(२)
इस में (१) के दोनों पक्षों में (२) के दोनों पक्षों का भाग देने से
य
(9)
घ- र= ३
(३)
सब (२) और (३) इन से य = ५ और र= २ ।
और ऊपर की रीतियों के तीसरे उदाहरण में (१) से
(र- ६) य = ६१
(२) से
(३० - र) य = ३० र
(३) के दोनों पत्तों में (४) के पत्तों का भाग देने से
(र-६) य र) य
र-६
१
(३०-०८ - ३०२ वा ३ --! ३०
(३)
तब समक्रिया से, र = १०, और उत्थपन से य =
(8)
य + र = २४
इस भांति अनेक लाघव के प्रकार हैं वे समक्रिया के प्रति प्रभ्यास से आप से आप मन में प्रकट होते हैं ।
अभ्यास के लिये और उदाहरण ।
य - २१=३
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}
... ... ...
य +१२र = ६७ ]
३८ + र = २६
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४८-७१=३० ) श्य - cx= ४ [
इस में य = १७ और T=७ ।
१५ ।
१५ य +२०₹ = २४७ १८- ३५१-२२
इस में य= ७ और १=५ ।
- इस में घ ११ ।र र = २ ।
}
- इस में य = रोर र = ४ ।
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(४)