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अनेकवर्ण एकघातसमीकरण । (१) से यर -६य+हर
:: यर-६य ६र और य =ET रसी भांति (२) से
0
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५
वा, ६-३०-7 छेदगम इत्यादि कर्म करने से, र = १० : य = १५
- इस में य और र क्या हैं? (१) से, य=ग कर
अथ+कर=ग
उदा. (४)
चय+कर-ज
44 + +
कर_ज-छर छेदगम से, गच-कचर = अज-- अकर : (अछ-कच) र = अज- गच, :. र=
_अछज-कचज अछज-गचछ
कच) च (अछ-कच _गचछ-कचज गछ-कज
च (अछ-कचा अछ-कच इसी भांति य के दूसरी उमिति में भी र के मान का उत्थापन करने से य का वही मान मिलेगा।
. अभ्यास के लिये और उदाहरण ।
२ य+३र = १२ ) ३ य+gr= १७ ।
र २' ४य-५२-३५ ।
य१० ३य+ र
+
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