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(8)
(५)
(६)
(c)
(c)
(C)
(१०)
(११)
३ य = ३५
२२=७य -
४५
य + =
३ य
उदा० (१)
५ य
४
घर
य: २८. ५
३
य
- १
य
T
--
पर + ४० =
+
अनेक एकघात समीकरण ।
}
कय
घर
य+र
+२= १३
य - ३
= G
१७- २८.
५र
३ र ·
३ 2
+ =3 य र
=8
अथ + कर
कय + अर
गर
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य र+8
गय-कर =
. = २, और ये
+
-- 06 =
(य + २) (र + ३) |
(य +३) (र- २)
इस में
=4
२ प्रक
और
इस में
१
+ कर
३६+४₹ = • ३२) ५६ - ६र= ३८ )
इस में
१२य - १ १३
य
२=२
र
१
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
- इस में
र =२
| य = ८
इस में =५ । (
र=५
G=
=8
य ==
इस में १२
1
र = ४
इस में य = ३ और र = ६ |
[ य = अ
क
ग.
क
(अ +कर + गरे) (गर - करे )
कग
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य
३ ई, इसमें यू = 58
1
।
य =
२१९
- इस में य और र क्या हैं
=
८८ | दूसरी रीति । निर्दिष्ट समीकरणों में जिस व्यक्त की उन्मिति थोड़े आवास में मिल सके उस की निकाल के उस का उस के दूसरे समीकरण में उत्थापन करो इस से ऐसा एक समीकरण उत्पन होगा कि जिस में एक हि अव्यक्त हो तब पूर्व समक्रिया से दोनों अव्यक्तों के मान शीघ्र जात होंगे ।
अ + ग
अ +
ग