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freसम्बन्धि प्रकीर्णक ।
और (२४) वे प्रक्रम से कोष्ठों को उड़ा देओ
४य + ६ + १८ = १२० - १२ + ३१
तो भी पहिले जैसे छेदगम से पत
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७० । इस प्रक्रम में विषम पत्तों के छेदगम के कुछ उदाहरण लिखते हैं । इन में यर इत्यादि अक्षर धन संख्याओं के द्योतक जानो ।
(२) यह सिद्ध करो कि
य
उदा० (१) यह सिद्ध करो कि + यह सर्बदा २ से बड़ा होता है।
यहां
> बा
२
+ छेदगम से, 2 + '> वा < २यर
परंतु (३०) वे प्रक्रम में सिद्ध किया है कि
य° + ₹ > २ यर
हुए
यहां
छेदगम से,
यू + > २ यह सिद्ध हुआ ।
स्पष्ट
इस से है कि कोइ भित्रपद और उस का व्यस्तपद अर्थात् उस का १ में भाग देने से जो लब्ध होगा इन दोनों का योग कभी .२ से छोटा नहीं हो सकता ।
र
पक्षान्तरनयन से
परन्तु
थे वैसे हि हुए |
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+
+ >वा < य+र
a2+c2 >al< at (a+1)
बा, ( य े-यर + 2) (य + र) > बा < यर (य + र)
य - घर + १' > बा < पर
य+१> वा <२ यर
य' + ₹ > २ यर
- यह य +र इस से अधिक होता है ।
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