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लघुतमापवर्त्य ।
१०९ क्यें। कि जो २ राशि अ और क इन से निःशेष होगा सो २ ल से भी निःशेष होगा। इस लिये ल और ग इन का जो लघुतमापवर्त्य है वही अ, क और ग इन का लघुतमापवर्त्य होगा। - इसी भांति चार वा अधिक पदों का लघुतमापवर्त्य निकालने में भी युक्ति जानो।
इस को रेखागणित के सातवे अध्याय के छत्तीसवें क्षेत्र में विस्तार से सिद्ध किया है। __ अनुमान । जो अनेक पद ऐसे हों कि उन में कोई दो पद परस्पर अदृढ न हों उन अनेक पदों का गुणनफल उन का लघुतमापवर्त्य होगा।
उदा० (१) अक, कग और ग इन का लघुतमापवर्त्य क्या है? .. यहां पहिले दो पदों का महत्तमापवर्तन क है । इस लिये उन दो
अकxकग पदों का लघतमापवर्त्य = = अग
अब यह लघुतमापवर्त्य और गई यह तीसरा पद दन का महत्तमापवर्तन ग है
.. अकरेग
गरे
इस लिये अभीष्ट लघुतमापवर्त्य = = अमगरे ।
उदा० (२) २ यर-५ य+२, २य + य -१ और यर-य-२ इन का लघुतमापवर्त्य क्या है?
यहां पहिले दो पदों का महत्तमापवर्तन २य-१ यह है इस लिये उन दो पदों का लघुतमापवर्त्य = -
(२यर-- ५ य+२) (२ य+य-१)
२य-१
= २य-३ य-३ य+२ अब २ यः -- ३ य२-३ य+२ यह लघुतमापवर्त्य और तीसरा पद इन का महत्तमापवर्तन य-य-२यह है इस लिये .
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