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रग,
४ भिन्नपदों का गुणन । ६५। रीति । गुण्यगुणकरूप पदों के अंशों का गुणनफल अभीष्ट गुणनफल का अंश है और छेदों का गुणनफल अभीष्ट गुणनफल का छेद है।
इस की उपपत्ति ।
मानो कि और इन दो पदों के द्योतक क्रम से य और र हैं अर्थात् य = अ और र=, तो कय = अ, और घर = ग,
कघयर = अग :: यर वा अx = अग यह सिद्ध हुआ । इसी भांति तीन वा बहुत पदों के गुणन में युक्ति जानो।
८अया. १५अक उदा०(१)
१६ यार इन का गुणनफल क्या होगा?
दायर १५ अरक अयx १५ अक गुणनफल
हकर १६यर कर x१६ यार १३० अकया १४ करमा३ अश और छेद इन दोनों में
हकर
फ
न
-
X
--...
-
---
२४ ऋय का भाग देने से =
उदा० (२) --------- भार
६क्रय+
-इन का गणनफल क्या है। क
-
-
X
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४ अय+
६ ४ -८ गुणनफल =
५५-१० कय+ क २ (२ य+३) ४ (य-२)
५(य-२) इक (२य+३) २अ (२ य+३) 8 (य-२) ५(य-२) ३ का (२ य+३) १५क'
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