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लघुतमापवर्त्य । (E) य- १, य-४ य+ ३ और य-इन का लघुतमापवर्त्य
उत्तर, य-१० य+ (७) ६ अर-१७ +१२, १२ अ-३१ +२० और २० अ-४ +३० इन का लघुतमापवर्त्य क्या है। ___उत्तर, १२० अ-६३४ अ+ १२५३ अरे- १०९८ + ३६० । (5) ४ अ + १, ८ अ + ८ अ + अ - २१२-२ -१ और अ-८ अ+ ४ अ-२ अ+२-१दून का लघुतमापवर्त्य क्या है?
उत्तर, १६ -१। (e) य-य-8 य+8, य+२ य-य-२, य + य२-४ य-४ और य३ - २ य-य +२इन का लघुतमापवर्त्य क्या है? . उत्तर, य- ५ य+४।
(१०) +२ क + ४ अक +'क', -२ अ + अक' --८क, +२ अक + २ मकर - ४ अक - ८अ - ८ क और अ-२ अक+२ अकर-४ अक' + अक -८क इनका लघतमापघयं क्या है?
उत्तर, -१६ क । ५४ । जो बहुत से पद ऐसे हों कि उन में कितने एक दो वा अधिक पद परस्पर अदृढ हों तो उन २ परस्पर अदृढ पदों को उन के २ अपवर्तन से अपवर्तित करो जिस से वे पद अन्त में ऐसे हो जावें कि उन में कोई दो पद परस्पर अदृढ न रहे तब इन सब दृढ पदों के गुणनफल को उन अपवर्तनों से गुण देओ। वह गुणनफल उन बहुत पदों का लघुतमापवर्त्य होगा।
जैसा । अक, करंग और ग इन का लघुतमापवर्त्य जानना है ।
तब अक, कग और गई दून में पहिले प्रथम दो पदों को क का अपवर्तन देने से अ, कग और गई ये पद हुए । फिर इन में दूसरे और
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