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प्रकीर्णक । जैसा । १२ यह संख्या ५, ७ और ११ इन तीनों संख्याओं से दूठ हो तो ५४७ x ११ अर्थात ३८५ यह संख्या भी १२ से दृढ होगी।
अनुमान २ । जो अ यह क से दृढ हो तो वह कर, करे, क' इत्यादिकों से भी दृढ होगा।
क्यों कि जब अ यह क और क से दृढ है तो वह उन के गुणनफल से अर्थात् कर से भी दृढ होगा। इसी भांति आगे भी जानो।.
जैसा । ४ यह संख्या ३ से दृढ है तो ६, १७, ८१ इत्यादि संख्याको से भी ४ यह संख्या दृढ होगी।
अनुमान ३ । नो अ, क, ग इत्यादि प्रत्येक त, थ, द इत्यादिकों से दृढ हो तो अ, क, ग इत्यादिओं का गुणनफल भी त, थ, द इत्यादिओं के गुणानफल से दृढ होगा। ___ क्यों कि जब अ, क, ग इत्यादि प्रत्येक त, थ, द इत्यादिकों से दृष्ठ हैं तो पहिले अनुमान से अकग इत्यादि यह गुणनफल भी त, थ, द इत्यादिकों से दृढ होगा। और इसी लिये अकग इत्यादि यह गुणनफल भी तथद इत्यादि इस गुणनफल से दृढ होगा ।
जैसा । ३, ४ और ५ ये तीनों संख्या 9, ११ और १३ इन तीनों संख्याओं से दृढ हैं तो ३ ४ ४ ४ ५ अनीत् ६० यह संख्या ७४११४ १३ अर्थात् १००१ इस संख्या से दृढ होगी।
अनुमान ४ । जो अ यह क से दृढ हो तो अरे, अरे, अ' इत्यादि प्रत्येक कर, करे, क इत्यादिकों से दृढ होंगे। . - कया कि जब अ यह क से दृढ है तो (२) रे अनुमान से अरे, अरे इत्यादि सब प्रत्येक क मे दृढ होंगे। और इसी लिये अरे, अरे, इत्यादि सब हर एक कर, करे इत्यादिकों से दृढ होंगे।
जैसा । २ और ३ ये परस्पर वृढ़ हैं तो ४, ८, १६ इत्यादि संख्या भी प्रत्येक ६, २०, ८१ इत्यादि प्रत्येक संख्या से दृढ़ होगी।
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