________________ दूसरा उद्देशक] सूत्र 73 सूत्र 75 सूत्र 77 सुत्र 57 अांखों के बाल काटना / सूत्र 58-63 अांखों का प्रमार्जन आदि करना। सूत्र 64 नाक के बाल काटना / सूत्र 65 भौहों के बाल काटना / सूत्र 66 मस्तक के बाल काटना / सूत्र 67 शरीर पर जमा हुआ मैल हटाना। सूत्र 68 प्रांख-कान-दांत और नखों का मैल निकालना। सूत्र 69 ग्रामानुग्राम विहार करते हुए मस्तक ढंकना / सूत्र 70 वशीकरण सूत्र बनाना। सूत्र 71 घर के विभागों में मल-मूत्र त्यागना / सूत्र 72 श्मशान के विभागों में मल-मूत्र त्यागना / नवीन मिट्टी की खान आदि में मल-मूत्र त्यागना / सूत्र 74 कोयले बनाने आदि स्थानों में मल-मूत्र त्यागना / कीचड आदि के स्थानों में मल-मूत्र त्यागना / सूत्र 76 फल संग्रह करने के स्थानों में मल-मूत्र त्यागना / वनस्पति सिब्जी के स्थानों में मल-मूत्र त्यागना / सूत्र 78 इक्षु, शालि आदि के वन में मल-मूत्र त्यागना / सूत्र 79 अशोक वृक्ष आदि के वन में मल-मूत्र त्यागना / सूत्र 80 धूप न पाने के स्थान में मल-मूत्र त्यागना / इत्यादि प्रवृत्तियों का लघुमासिक प्रायश्चित्त आता है / इस उद्देशक के 65 सूत्रों के विषय का कथन निम्न आगमों में है यथासूत्र 1-4 मांग-मांग कर लेने का निषेध -प्राव. अ. 4 सूत्र 14 संखडी गमन निषेध -पाचा. श्रु. 2, अ. 1, उ. 2, 3 सत्र 15 सामने लाया हा आहार आदि ग्रहण करना अनाचार है। -दश.अ. 3, गा. 3 सूत्र 16-39 शरीर परिकर्म निषध दश. अ. 3, गा. 3, 5, 9, 6, 14, 15 सूत्र 41-47 भिक्षु लम्बे नख और केश वाला होता है। --दश. अ. 6, गा. 65 सूत्र 48-63 दन्तादि परिकर्म निषेध -दश. अ. 3, गा. 3 तथा 91 सूत्र 64-66 रोम-केश परिकर्म निषेध -प्रश्न. श्रु. 2, अ. 1, सु. 4 दश. अ. 6, गा. 65 सूत्र 67 जल्ल परीषह वर्णन में पसीना निवारण निषेध -उत्त. 2, गा. 37 सूत्र 72-79 श्मशान आदि में मल मूत्र त्यागने का निषेध --आचा. श्रुत. 2, अ. 10 इस उद्देशक के निम्न 15 सूत्रों के विषय का कथन अन्य आगमों में नहीं है, यथा-- सूत्र 5-8 कोतूहल से याचना, सूत्र 9-12 अदृष्ट स्थान से लाये हुए आहार का निषेध करके पुनः लेना, सूत्र 13 मना किये जाने पर उस घर में गोचरी जाना / Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org