________________
महाराजा जसवंतसिंहजी (प्रथम) महाराज ने अपने ज्येष्ठ पुत्र पृथ्वीसिंहजी के जन्मोत्सव पर साटीका नामक (नागोर प्रान्त का) का एक गांव जोधपुर के रामेश्वर महादेव के पुजारियों को दिया था।
१. इसके अलावा महाराज ने कई गाँव और भी दान किए थे:
१ भाकरवासणी ( जैतारण परगने का ), २ बासणी नरसिंघ ३ बासणी तिरवाड़ियां (सोजत परगने के ) ब्राह्मणों को; ४ कामासणी ( मेड़ता परगने का ) चारभुजा के मंदिर को; ५ बागासणी ( जैतारण परगने का ), ६ कजोई ७ बेराई (शेरगढ़ परगने के ), ८ ऊंचेरिया, ६ बालाधणा ( परबतसर परगने के ), १० मंडावरा ( मेड़ता परगने का ), ११ कराणी १२ मोरटऊका (जोधार परगने के), १३ गोदेलावास ( सोजत परगने का ) चारणों को; १४ हीरावास ( सोजत परगने का ) स्वामियों को और १५ पुनास ( मेड़ते परगने का) जगन्नाथरायजी के मन्दिर को।
२४५
Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat
www.umaragyanbhandar.com