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विचार और आचार में अन्तर और बाह्य में अद्भुत सामंजस्य था आओ पूरे आदर से उनके कार्यों को अपने
मानस पटल पर लाये नई पीढ़ी सीख ले उनके सस्मरणों से हम सभी उनकी गौरव गरिमा गाये श्रद्धा के सुमन भेंट चढ़ाये।
• नागौर (राजस्थान)
श्रद्धा के दो फूल
.कश्रा महेन्द्र मुनि "कमल"
जन्म कुचेरा में हुआ, जिन शासन की शान। श्रमणी चम्पा कुंवर का, जीवन रहा महान॥ मृगसर शुक्ला की अहो, द्वितीया तिथि हुई धन्य। मात किसन, फूसा पिता, छाया हर्ष अनन्य॥ पौष कृष्ण दशमी तिथि, पावनतम उत्कृष्ट। शुभ संयम धारण किया, परिणाम प्रकृष्ट॥ ज्ञान-ध्यान में रत रही, जीवन भर ही आप। कथनी करनी एक थी, सहज, सरल, निष्पाप॥ निज परहित नित अपने, किये अनेकों काम। युगों युगों तक आपका, याद करेगें नाम॥ मुनि 'कमल' अर्पित करें, श्रद्धा के दो फूल। जहाँ कही भी आप हो, करिये इन्हें कबूल॥
• नागौर (राजस्थान) महासती श्री कानकंवर जी म.
(षट दशी) • उप प्रवर्तक श्री चन्दन मुनि म.सा. (पंजाबी)
[१] कार्य धर्म के,. नेक कर्म के जिनसे ये दिन-रात हुये
'महासती श्री कानकंवरजी' दुनिया में विख्यात हुये
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