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दीक्षा तिथि :- वि.सं. २०३४ वैशाख शुक्ला १ ।
दीक्षा स्थान :- चांदावतों का नौखा जिला नागौर (राजस्थान ) ।
गुरुदेव :- स्वामी श्री व्रजलालजी म.सा. एवं युवाचार्य श्री मधुकर मुनिजी म.सा.।
गुरुणी :- स्व. महासती श्री कानकुवंरजी म.सा. ।
विशेष :- बी. ए. दो सौ से अधिक थोकड़े कंठस्थ । दशवैकालिक कंठस्थ । बीस पच्चीस आगमों की जानकारी । मधुर प्रवचनकर्त्री, तप में विशेष रुचि मास खमण तक की अनेक तपस्याएं की। संस्कृत प्राकृत हिन्दी की ज्ञाता । आपकी शैली में ओज एवं तेज का प्रभाव है।
४ महासती श्री अक्षय ज्योतिजी महाराज
परीक्षाएं।
दीक्षा गुरु :- कविरत्न उपाध्याय पं. श्री केवल मुनिजी म. । गुरुणी :- स्व. महासती श्री कानकुवंरजी म.सा. ।
वैराग्य का कारण :- पूज्य गुरुवर्य्याश्री के उपदेश से ।
अध्ययन ;- लघु सिद्धांत कौमुदी, पाथर्डी बोर्ड की परीक्षाएं एवं दक्षिण भारतीय प्रचार सभा की
विशेष :- गायन, कविता आदि में विशेष रुचि ।
अध्यात्मयोगिनी (स्व.) महासती श्री कानकुवंरजी म.सा. के वर्षावास की सूची
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स्थान
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जन्म :- दिनांक २७ अप्रैल १९७४ । जन्म स्थान :- मद्रास (तमिलनाडु) । माता :- श्रीमती चंद्राबाई कोठारी ।
पिता :- श्रीमान चांदमल जी कोठारी ।
दीक्षा तिथि :- विजयादशमी वि.सं. २०४७ दीक्षा स्थान :- अइनावरम दादावाड़ी, मद्रास ।
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तिंवरी (राज.) पाली (राज.)
डेह (राज.) महामंदिर जोधपुर (राज.)
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विक्रम संवत
१९९०
१९९१
१९९२
१९९३
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