Book Title: Mahasati Dwaya Smruti Granth
Author(s): Chandraprabhashreeji, Tejsinh Gaud
Publisher: Smruti Prakashan Samiti Madras

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Page 572
________________ इसके अलावा जानवरों के भी कुछ उदाहरण देकर हम इस बात को साबित कर सकते है कि शाकाहारी भोजन स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद है। जैसे गैंडा, हाथी, घोड़ा, ऊंट आदि ताकतवर जानवर है इनका मुख्य कारण यह है कि ये शुद्ध शाकाहारी है। इस प्रकार शाकाहारी भोजन स्वास्थ्यप्रद एवं पोषण प्रदान करने वाला है। ___ फूड एंड न्यूट्रीशन बोर्ड की राष्ट्रीय शोध परिषद ने यह सिद्ध किया है कि मांसाहार करने वाले व्यक्तियों को निरामिष व्यक्तियों की तुलना में ६ गुना अधिक भूमि चाहिए। मांसाहार के लिए पशुओं को चारा खिलाने के लिए कम से कम ३०,००,००,००० एकड़ जमीन पर कोई अच्छी पैदावार नहीं होती। आज भी अन्न उपजाकर ही हमें अपना खाद्य संकट दूर कर पाये है न कि मांसाहार से। अनेक शोधों से यह प्रमाणित हो चुका है कि कृषि फल-फूल आदि के संवर्धन से ही देश की खाद्य समस्या को हल कर सकते है। अत: निरामिष भोजन तो हमारी सामाजिक-आर्थिक अनिवार्यता है। स्वास्थ्य विज्ञान की दृष्टि से भी देखा जाय तो हमारे शरीर की बनावट मांसाहार के उपयुक्त नहीं है। सुलभ पाचन की दृष्टि से निरामिष आहार उपयोगी है। विश्व में आज सबसे बड़ी समस्या है विश्व शांति की ओर बढ़ती हिंसा को रोकने की। वर्तमान में हिंसा और आतंकवाद के काले बादल मंडरा रहे है। उन्हें रोका जा सकता है तो केवल मनुष्य के स्वभाव को अहिंसा और शाकाहार की ओर प्रवृत्ति करने से। निरामिष आहार शाति के जीवन दर्शन पर आधारित है। पश्चिमी जगत मांसाहार को त्यागकर शाकाहार को अपना रहा है। आइये हम भी शाकाहार को अपने जीवन का अंग बनाकर प्रकृति के अन्य निरीह प्राणियों के प्रति दया करने का संकल्प लें तथा विश्वशांति के अपने स्वप्न को साकार करें। १०३ इंदिरा गांधी नगर केसर बाग रोड़, आर.टी.ओ. कार्यालय के पास इंदौर (म.प्र), * * * * * (२४९) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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