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बयान - शहर - अंबाला - और - लुधिहाना. ( १८५ )
हस्तिनापुरकी जियारत करके वापिस उसीरास्ते टेशन मेरट आना, और मेरटसे रैलमें सवार होकर मुल्कपंजाबके जैनतीर्थोकी जियारतको जाना,
( तवारिख हस्तिनापुर खतमहुइ. )
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[ बयान- शहर - अंबाला - और - लुधिहाना ]
मेरटसे मेरट कंटोन्मेंट - सरधना - खतौली - मन्सुरपुर-मुजफर नगर - रोहाना- देवबंद-नगाल- टपारी - सहारनपुर- सरसवा कलानोर - जगाद्री - दराजपुर - मुस्तफाबाद-बरारा - केशरी - और - अंबाला केन्टोन्मेंट होते हुवे टेशन अंबालासीटी उतरना, -रैल किराया एक रुपया छ आने नवपाइ, जिलेका सदरमुकाम अंबाला एकअछा शहर है, - तवारिखोंमें बयानहैकि इस्त्रीसनकी चौदहमी शताब्दी में एक अंबाजी नामके राजपुत महाशयने इसकी आवादकिया, - इसीलिये अंबाला नाम मशहुर हुवा - सन ( १८९१ ) इस्त्री की मर्दुमशुमारीके वरुत--अंबालेकी मर्दुमशुमारी मय छावनीके ( ७९२९४ ) मनुष्यों की थी. - बाजार गुलजार और जिसचीजकी दरकार हो यहां मिलसकती है, पूरी - कचौरी मिठाइ - हरवख्त तयार मिलेगी, यात्रीकों कोई तकलीफ न होगी, अंबालेमें रूइअनाज-दरी-और- कपडेकी तिजारत ज्यादह है, - शहर और छावनीवछ सरकारीइमारतें - कचहरी - खजाना - और - स्कुल वगेरा मकानात बने हुवे है, जैन श्वेतांवर श्रावकों की आबादी और मंदिर मौजुद है, यात्री दर्शनकरके आगे लुधियानेकों जावे, -अंबालेसेंसंभु- राजपुरा-सराइबंजार - साधुगढ - सरहिंद गोविंदगढ - खन्नाचावा - दुराहा-सनाहवाल - और डंडारी होतेहुवे टेशन लुधियाना उतरे, रैलकिराया तेरह आने तीनपाइ - अंबालेसे (७१ ) मील -
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