________________
( २६२ )
तवारिख - तीर्थ - मिथिला.
रानीगंज-तेगरा - बछवारा - दलसिंहसराय - और उजारपुर होते समस्तीपुर जंक्शन उतरना, रैलकिराया मोकामा जंक्शनसे यहांतक आठआने लगते है, सीतामढी टेशन जानेवाले यात्री यहांउतरकर दरभंगा जानेवाली रैलमें सवारहोवे, और किसनपुर-हैयाघाटऔर- लहेरियासराय - टेशनहोते दरभंगा जाय, रैलकिराया पोनेचारआने.
वागमती नदीके कनारे जिलेका सदर मुकाम - एक - गुलजार शहर है, सन (१८९१ ) की मर्दुमशुमारीके वख्त-दरभंगाकीमर्दुमशुमारी ( ७३५६१ ) मनुष्योंकीथी, सिविलकचहरी स्कुलअस्पताल - शिवसागर तालाव - बाग बगीचे - बडेबडे बाजार - और राजमहल काबिल देखनेके है, मकान बनानेकी लकड़ी यहां उमदा होती है, अनाज - निमक- लोहा - बगेरेकी तिजारतभी अच्छी होती है दरभंगा के उत्तर में नयपाल राज्य - पूरवमें जिला भागलपुर - दखन में गंगानदी - और - जिला - मुंगेर और पश्चिममें जिला-मुजफरपुर है, - दरभंगा - कोइ जैन श्वेतांवर श्रावक-या- मंदिरनही, यात्री शहर देखना चाहे एक रौज के लिये उतरे और शहर देखे, - दरभंगा से रैलमें सवार होकर - महम्मदपुर-कमतोल - जोगियारा - जनकपुररोडऔर बाजपटी -होते सीतामढी टेशन उतरे, रैलकिराया चारआने लगते है, - टेशनसे शहर बहुत दुरनही है सवारीभी मिलती है शहर में जाकर जहां सुभीता देखे कयामकरे.
[ तवारिख तीर्थ - मिथिला, ]
मुल्क - विदेहकी - राजधानी मिथिलानगरी पेस्तर वडी आबादी, उन्नीसमें तीर्थकर मल्लिनाथ इसीमें पैदाहुवेथे, कुंभराजाके खानदान में प्रभावती रानीकी कुखसे मृगशीर मुदी ( ११ ) -अ
Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat
www.umaragyanbhandar.com