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( ३२४ ) बयान-शहर-औरंगाबाद-और-जालना. मशहूर है, जैनश्वेतांबर श्रावकोकी आवादी-और-एक मंदिरभी यहां उमदा बना हुवा है, यात्री अगर फुरसतहो-शहरमें-जाय
और देखे, रुइके कल कारखाने यहांपर मौजूद है और तिजारत रुइकी अछी होती है, यहांसे एक रैलवे लाइन शहर धुलियेकों गइ -जो-(३०) मीलके फासलेपर वाके है, चालिसगांवसे रैलमे सवार होकर--हीरापुर-रोहनी--नयीइंगरी-पीपारखेड--नंदगांवपंजान-हिसवाल होते मनमाडजंकशन जाना. भुसावलसे मनमाड तक किराया मेलटेनका एकरूपया बाराआना लगते है, मनमाड एक-रैलवेका वडा जंकशनहै, और खानपानकी चीजे-पुरी-कचौरी-मिठाइ वगेरा-जो चाहो यहां मिलसकती है, यात्री टेशनपर ठहरे और-जो-लाइन शहर हैदराबाद दखनकों गइ है उसमें सवार होकर-अंकाइ-नागरसोल-तारुर-रोटागाव (विजापुर)-परसोदा-लामुर-इलोरारोड-और दौलताबाद होते औरंगाबाद जाय, रैलकिराया ग्यारहआने लगेगे,
[ बयान-शहर-औरंगाबाद-और-जालना,-] __ सलतनत हैदरावाद दखनमें औरंगाबाद-एकपुराना शहर है, सन (१८९१) की मर्दुमशुमारीके वख्त औरंगाबादकी मर्दुमशुमारी मयछावनीक (३३८८७) मनुष्योकीथी, करीव शहरके एक छोटीसी नदीवहतीहै, और गेहु-कपास वगेरा चीजोकी तिजारत यहां अछीहोती है, जैनश्वेतांवर श्रावकोकी आबादी-और-दो-पुराने मंदिर यहां बनेहुवे मौजूदहै, यात्री शहरमेंजाय और दर्शनकरे करीब मंदिरके धर्मशाला बनीहुइ है इसमें कयामकरे, और अगर इलोराके गुफामंदिर देखनेका इरादा होतो यहांसे शौखसे जाय, दौलताबादसे-या-इलोरारोडसेमी-जासकते हो--और-यहांसेभी जासकते हो,
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