Book Title: Yatindravihar Digdarshan Part 01
Author(s): Yatindravijay
Publisher: Saudharm Bruhat Tapagacchiya Shwetambar Jain Sangh
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________________ न्तिनाथ भगवान का एक घर-मन्दिर है। इसके अलावा एक उपासरा और एक धर्मशाला भी है। इसमें सरकारी स्कूल और उसकी मेडी पर सरकारी कचहरी है / यहाँ के जैनों को धर्मोपदेश मिलने की पूरी आवश्यकता है / साधु मुनिराजों के उपदेशाऽभाव से कितने एक श्रावक श्राविकाओं ने डाकोर की कंठियाँ भी बांध ली है। 16 बोरियावी यहाँ श्वेताम्बर जैनों के 5 घर, और एक घर-मन्दिर है जिसमें एक सर्वधात की चोबीसी विराजमान है / यहाँ के जैन भी नाम मात्र के जैन हैं। 17 वरताल-- ___ यह एक छोटा गाँव है, पर स्वामीनारायण के पन्थ का भारी धाम है। इस पन्थ के एक गादी के महन्त भी यहाँ रहते हैं, जिनका सारा रंग-ढंग राजशाही है। महन्त के निवास स्थान के एक कम्पाउंड में स्वामीनारायण का दर्शनीय भव्य-मन्दिर, प्रन्थालय और साध्वाश्रम बना हुआ है / यहाँ इस मजहब के प्रति महिने में हजारों यात्री आते हैं / महंत का बगीचा, उसमें एक तालाव, और गा. त्रियों के ठहरने के लिये बडी तीन धर्मशालाएँ हैं, जिन पर महन्त का ही आधिपत्य है / यह गाँव भी महन्त का ही है। यहाँ श्वेताम्बरजैनों के 15 घर, एक दो मंजिला उपासरा और एक सुन्दर जैनमन्दिर है।